जिसके हत्या की थी आशंका, वह अपने घर में ही छुपा मिला; बहू से छुटकारा पाने को मां ने रचा था सारा खेल Dhanbad News
जिस युवक के लापता होने के बाद हत्या की आशंका में पुलिस आरोपियों को खोज रही थी वह गुरुवार को तीन साल के बाद पुलिस के हाथ लग गया।
धनबाद, जेएनएन। जिस युवक के लापता होने के बाद हत्या की आशंका में पुलिस आरोपियों को खोज रही थी, वह गुरुवार को तीन साल के बाद पुलिस के हाथ लग गया। इस सनसनीखेज मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस भी सकते में है। धनबाद थाने की पुलिस ने सुरुंगा बस्ती अलकडीहा से सूरज रविदास को हीरासत में लिया है। सूरज के सामने आने के बाद यह भी खुलासा हुआ कि पूरी साजिश केवल इसलिए रची गई कि सूरज को अपनी पत्नी राखी देवी से मुक्ति मिल जाए। इस साजीश में सूरज की मां छुटकी देवी भी शामिल थी, जो अपने बेटे के लापता होने के बाद उसकी पत्नी राखी देवी समेत अपने बेटे के ससुराल के छह लोगों के खिलाफ मारपीट कर हत्या कर देने और लापता कर देने से संबंधित शिकायत धनबाद थाना में दर्ज करायी थी। धनबाद थाना पुलिस ने वर्ष 12 अक्टूबर 2017 को हत्या करने की नीयत से अपहरण करने की प्राथमिकी दर्ज की थी।
यह है मामला : 21 सितंबर 2017 को सूरज का साला राजा रविदास अपनी बहन राखी देवी व बहनोइ सूरज को लेकर रानीबांध धैया अपने घर आया था। पांच अक्टूबर तक सूरज अपने ससुराल में रहा और इसी रात को करीब 10 बजे वह लापता हो गया। राखी और उसके परिजनों ने काफी खोजबीन की। पर वह नहीं मिला। राखी ने पति सूरज के लापता होने की सूचना धनबाद थाना को लिखित में दी। इधर सूरज की मां छुटकी देवी को भी मामले की जानकारी दी गई। बेटे के लापता होने की सूचना मिलने पर छुटकी देवी आठ दस लोगों के साथ धनबाद थाना पहुंची और बेटे की हत्या करने और लापता कर देने का आरोप लगाते हुए अपनी बहू राखी देवी, समधी बिरजू दास, समधन शोभा देवी, राखी के भाई राजा, मामा अविनाश दास व सुरेश दास के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस सूरज की तलाश में जुट गई, लेकिन उसका मोबाइल नंबर भी बंद मिला।
फोटो : सूरज की पत्नी राखी देवी व बेटा।
ऐसे पकड़ा गया सूरज : राखी के परिजनों ने पुलिस के सामने स्वयं को उपस्थित किया और सारे मामले की जानकारी दी। पुलिस के प्रारंभिक छानबीन में सूरज के ससुरालवालों पर पुलिस ने दवाब बनाया, लेकिन सूरज के अपहरण हाेने अथवा हत्या किया जाने को लेकर पुलिस को भी संदेह था। इधर बीते सालों में पुलिस जहां सूरज का शरीर बरामद करने के प्रयास में लगी रही, वहीं राखी के परिजन सूरज की तलाश करते रहे। चार दिन पूर्व राखी के परिवारवालों को यह जानकारी मिली की सूरज अलकडीहा स्थित अपने घर में ही छुपा हुआ है और उसकी मां ने ही छुपा कर रखा है। इसपर राखी के परिजनों ने तत्काल धनबाद पुलिस से संपर्क किया और बुधवार की रात धनबाद थाना की पुलिस ने अलकडीहा थाना पुलिस के सहयोग से सुरुंगा बस्ती में छापामारी कर सूरज को पकड़ लिया। इसके बाद गुरुवार की सुबह सूरज को धनबाद थाने लाया गया।
जमशेदपुर में था सूरज : पुलिस पूछताछ में सूरज ने बताया कि वह ससुराल से भागने के बाद जमशेदपुर चला गया था। यहीं पर काम कर रहा था और अपनी मां के संपर्क में था। वह अपने घर चोरी छुपे आया जाया करता था। अपनी पहचान छुपाने के लिए सूरज ने दाढ़ी और बाल बढ़ा लिया था। वह जमशेदपुर में भी नाम बदलकर रह रहा था। वहां किसी निजी संस्थान में वह काम कर रहा था।
फोटो : तीन साल पहले ऐसा दिखता था सूरज।
राखी का आरोप : सूरज की पत्नी राखी देवी का आरोप है कि उससे रिश्ता तोड़ने को लेकर ही सूरज और उसकी मां छुटकी देवी ने सारी कहानी रची थी। राखी ने यह भी आरोप लगाया है कि सूरज का उसकी अपनी भाभी से संबंध है। इस कारण से सूरज और उसकी मां ने परिवार वालों के खिलाफ झूठी प्राथमिकी दर्ज करायी। इधर धनबाद थाने की पुलिस ने सूरज और उसकी मां के खिलाफ कार्रवाई करने की योजना बना रही है। राखी ने भी सूरज के खिलाफ परिजनों को झूठे केस में फंसाने को लेकर शिकायत दर्ज कराने की बात कही है।