Astronomical Event: सूरज को इंद्रधनुषी छल्ले ने घेरा, आमजन के बीच खगोलीय घटना को लेकर उड़ी यह अफवाह
सूर्य के चारों तरफ रिंग बनने का मौसम विभाग ने भी अध्ययन किया। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद की मानें तो सूरज के आसपास एक गोल घेरा देखा गया जिसे वैज्ञानिक भाषा में हालो कहते हैं। ऐसा पतले दर्जे के बादल ऊपर चले और सूरज के सामने होने से हुआ।
धनबाद, जेएनएन। आसमान में इंद्रधनुष बनते तो आपने देखा ही होगा। पर सोमवार को आसमान में जो खगोलीय घटना हुई उसने लोगों के बीच कौतूहल पैदा कर दिया। तपते सूरज के पास फ़टकना मतलब झुलस जाना होता है, मगर यहां तो सूरज को इंद्रधनुषी छल्लो ने अपनी गिरफ्त में ले लिया। सूरज के चारों ओर सतरंगी छटा बिखर गई और एक गोल इंद्रधनुष बन गया। थोड़ी ही देर में पूरे धनबाद शहर में चर्चा फैल गई। लोग सतरंगी घेरे में आए सूरज की तस्वीर मोबाइल में कैद करने लगे।
मौसम विभाग ने भी इसका अध्ययन किया है। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद की मानें तो सूरज के आसपास एक गोल घेरा देखा गया जिसे वैज्ञानिक भाषा में हालो कहते हैं। ऐसा तब होता है जब पतले दर्जे के बादल काफी ऊपर चले जाते हैं और सूरज के ठीक सामने पहुंच जाते हैं। उन बादलों के साथ मौजूद क्रिस्टल पर जब सूरज की रोशनी पड़ती है तो इंद्रधनुषी रंग बिखरता है। वैज्ञानिक इसे ऑप्टिकल फेनोमेना कह रहे हैं।
इधर आसमान में हुई इस घटना को लेकर आम लोगों में कई धारणाएं हैं। कुछ लोग आसमान की ओर देखकर यह भी कह रहे हैं कि अब कोरोना का अंत आ गया है। खास तौर पर महिलाएं कह रही हैं कि सूर्य देव ने कोरोना रूपी राक्षस के वध के लिए चक्र तैयार किया है। यह अफवाह धनबाद की फिजा में खगोलीय घटना के बाद तेजी से उड़ी। हालांकि वैज्ञानिकों का मानना है कि खगोलीय घटना और कोरोना का कोई संबंध नहीं है।