SAIL को तीसरी तिमाही में 3645 करोड़ का लाभ; कमाई में राउरकेला टॉप पर, बोकारो ने भिलाई को पछाड़ा
सेल के तिमाही के वित्तीय परिणाम में बोकारो राउरकेला भिलाई दुर्गापुर ने शानदार प्रदर्शन किया। यहां तक की इस्को- बर्नपुर सेलम जैसी इकाई भी मुनाफे में आ गई लेकिन एलॉय स्टील तथा विश्वेश्वरैया आयरन एंड स्टील प्लांट घाटे में रहा। पहले व दूसरे तिमाही में कई इकाई घाटे में थी।
बोकारो, जेएनएन। कोरोना काल में बेपटरी देश की अर्थव्यवस्था के लिए अब अच्छी खबरें आ रही हैं। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड ( SAIL) लगातार लाभ कमा रहा है। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड सेल बोर्ड की शुक्रवार को नई दिल्ली में हुई बैठक में कंपनी के चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 का तीसरे तिमाही वित्तीय परिणाम जारी किया गया। तिमाही में सेल ने कर पूर्व 3645 करोड़ तथा कर पश्चात 1283 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। वहीं, बोकारो इस्पात संयंत्र ने 1056 करोड़ रुपये अर्जित कर भिलाई इस्पात संयंत्र को पछाड़ दिया है। 1068 करोड़ रुपये हासिल कर राउरकेला इस्पात संयंत्र सबसे अव्वल रही है। जबकि भिलाई इस्पात संयंत्र 771 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित कर तीसरे स्थान पर चला गया है।
पिछले साल की समान अवधि में लाभ में 12 प्रतिशत की वृद्धि
चालू वित्तीय वर्ष अप्रैल से दिसंबर तक कंपनी को कर पूर्व 2271 करोड़ रुपये तथा कर पश्चात 406 करोड़ का लाभ हुआ है। सेल ने पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 12 प्रतिशत वृद्धि के साथ 48 लाख टन हॉट मेटल बनाया है। इसी प्रकार इस अवधि में नौ प्रतिशत वृद्धि के साथ 43.7 लाख टन क्रूड स्टील, का उत्पादन हुआ। छह प्रतिशत वृद्धि के साथ 41.5 लाख टन सेलेबल स्टील का उत्पादन हुआ। कंपनी का कुल विक्रय एक प्रतिशत वृद्धि के साथ 41.5 लाख टन रहा।
तीसरे तिमाही में सिर्फ दो यूनिट को घाटा
सेल के तिमाही के वित्तीय परिणाम में बोकारो, राउरकेला, भिलाई, दुर्गापुर ने शानदार प्रदर्शन किया। यहां तक की इस्को- बर्नपुर सेलम जैसी इकाई भी मुनाफे में आ गई, लेकिन एलॉय स्टील तथा विश्वेश्वरैया आयरन एंड स्टील प्लांट घाटे में रहा। इसके पहले पहले व दूसरे तिमाही में कई इकाई घाटे में थी। सेल को चालू वित्तीय वर्ष के पहले तिमाही में कर पूर्व 1984 तथा कर पश्चात 1270 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। जबकि दूसरे तिमाही में सेल 393 करोड़ के शुद्ध लाभ के बावजूद पहली तिमाही के घाटे के चलते 876 करोड़ रुपये के घाटे में चली गई।