SAIL: दूसरी तीमाही में पांच हजार करोड़ का मुनाफा का अनुमान, बोर्ड की मीटिंग में जारी होगा वित्तीय परिणाम

SAIL वित्तीय वर्ष 2021-22 के प्रथम तिमाही में 3800 रुपये करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। दूसरी तिमाही में मानसून के बावजूद कंपनी के लाभ का आंकड़ा कर पूर्व पांच हजार करोड़ रुपये से पार कर गया है। इसका कारण बाजार में स्टील की बढ़ती मांग बताया जा रहा है।

By MritunjayEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 01:49 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 01:49 PM (IST)
SAIL: दूसरी तीमाही में पांच हजार करोड़ का मुनाफा का अनुमान, बोर्ड की मीटिंग में जारी होगा वित्तीय परिणाम
स्टील अथोरिटी आफ इंडिया लिमिटेड ( सांकेतिक फोटो)।

जागरण संवाददाता, बोकारो। महारत्न कंपनी सेल को चालू वित्तीय वर्ष के दूसरी तिमाही में कर पूर्व पांच हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का मुनाफा होने की संभावना है। सेल सूत्रों के अनुसार दूसरी तीमाही में अभी तीन दिन का समय शेष है। अब तक मासिक उत्पादन, बिक्री व नगदी संग्रहण का आकलन करें तो कंपनी को फिर से मुनाफा होने वाला है। संभावित मुनाफे में सबसे बड़ी भागीदारी बोकारो इस्पात संयंत्र की है। बीएसएल ने बेहतर उत्पादन कर लगभग 1800 करोड़ रुपये कर पूर्व लाभ कमाया है।

राउरकेला को 1700 करोड़ मुनाफा की संभावना

बीएसएल के निदेशक प्रभारी अमरेंद्रु प्रकाश के अतिरिक्त प्रभार में चल रही सेल की राउरकेला इस्पात संयंत्र को 1700 करोड़ का मुनाफा होने की संभावना है। इसकी आधिकारिक घोषणा प्रबंधन अगले माह होने वाली निदेशक मंडल की बैठक में होगी। बोर्ड मीटिंग अक्टूबर के दूसरे या तीसरे सप्ताह में होने वाली है। वित्तीय परिणाम जारी करने से पूर्व प्रबंधन मुंबई स्टाक एक्सचेंज को पत्र लिखकर कंपनी के शेयर के खरीद-बिक्री पर 24 घंटे तक रोक लगाने का फैसला किया है जिससे आय-व्यय का सही आकलन किया जा सके। इधर सूत्रों का कहना है कि कर्मचारियों के वेतन पुनरीक्षण से संबंधित मजदूर संगठनों के साथ चार अक्टूबर को नई दिल्ली में होने वाली प्रबंधन की बैठक में निर्णय के बाद बोर्ड की बैठक के एजेंडे में शामिल किया जा सकेगा।

कोयले की मूल्य वृद्धि से मुनाफे पर पड़ेगा असर

सेल को नए वित्तीय वर्ष 2021-22 के प्रथम तिमाही में 3,800 रुपये करोड़ रुपये का लाभ हुआ था। दूसरी तिमाही में मानसून के बावजूद कंपनी के लाभ का आंकड़ा कर पूर्व पांच हजार करोड़ रुपये से पार कर गया है। इसका प्रमुख कारण सेल द्वारा तैयार माल की बाजार में बढ़ती मांग व सरकार की ओर से कोयले की कीमत पर किसी प्रकार की बढ़ोतरी नही किए जाने को माना जा रहा है। बीते हफ्ते सरकार की उच्च स्तरीय बैठक में कोयले पर आयात शुल्क में फिर से बढ़ोतरी कर दी है। इसका असर तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम में सेल के मुनाफे पर पडऩे की संभावना है।

सेल की पांच प्रमुख इकाई में मुनाफा की संभावना बोकारो इस्पात संयंत्र- 1,800 करोड़ राउरकेला इस्पात संयंत्र- 1,700 करोड़ भिलाई इस्पात संयंत्र- 1,000 करोड़ दुर्गापुर इस्पात संयंत्र- 600 करोड़ इस्को-बर्नपुर इस्पात संयंत्र- 500 करोड़

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