मैथन में उजड़ गई राष्ट्रीय खेल के लिए बनी स्पोर्ट्स हॉस्टल व वाटर स्पोर्ट्स संरचना, खिड़की दरवाजे टूटे, सामान चोरी

4 करोड़ रुपये में निर्मित स्‍पोर्ट्स हॉस्टल और 3.50 करोड़ रुपए में वाटर स्‍पोर्ट्स गेम्स के लिए विकसित आधारभूत संरचना केवल नाम मात्र की बच कर रह गई है। एक दशक पहले मैथन के गोगना में 66 कमरों का बनाया गया स्‍पोर्ट्स हॉस्टल दिखावे भर के लिए रह गया है।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Publish:Mon, 12 Apr 2021 12:03 PM (IST) Updated:Mon, 12 Apr 2021 12:03 PM (IST)
मैथन में उजड़ गई राष्ट्रीय खेल के लिए बनी स्पोर्ट्स हॉस्टल व वाटर स्पोर्ट्स संरचना, खिड़की दरवाजे टूटे, सामान चोरी
66 कमरों का बनाया गया स्‍पोर्ट्स हॉस्टल दिखावे भर के लिए रह गया है।

श्रवण कुमार, मैथन: 34वें राष्ट्रीय खेल के दौरान वर्ष 2011 में मैथन डैम के किनारे 4 करोड़ रुपये में निर्मित स्‍पोर्ट्स हॉस्टल और 3.50 करोड़ रुपए में वाटर स्‍पोर्ट्स गेम्स के लिए विकसित आधारभूत संरचना केवल नाम मात्र की बच कर रह गई है। एक दशक पहले मैथन के गोगना में 66 कमरों का बनाया गया स्‍पोर्ट्स हॉस्टल दिखावे भर के लिए रह गया है।

हॉस्टल के कमरों के दरवाजे, लोहे की डिजाइनिंग ग्रिल व खिड़कियां खत्म हो चुकी हैं। इसी तरह कयाकिंग, कैनोइंग व रोइंग वाटर स्पोर्टसका डिजिटल स्क्रीन बोर्ड, चेंजिंग रूम, प्लेटफार्म समेत बोट खत्म हो चुके हैं।

हॉस्टल के कमरों में नहीं बचा दरवाजा: स्‍पोर्ट्स हॉस्टल के कमरों में खिड़की दरवाजा कुछ नहीं बचा है। चोर दरवाजे व खिड़कियों को उखाड़ कर ले गए हैं। शौचालय के पैन टूटे पड़े हैं। हॉस्टल के पीछे से लोहे की ग्रिल चुरा ली गई है। हॉस्टल से सोफा, कुर्सी व टीवी की भी चोरी हो गई है। 34वें राष्ट्रीय खेल के डेढ़ साल बाद स्‍पोर्ट्स हॉस्टल में आग लग गई थी। आग में दर्जनों वाटर बोट जलकर खत्म हो गए। हॉस्टल के हॉल में केवल दो-चार रोइंगवाटर स्‍पोर्ट्स बोट बचे पड़े हैं। वो भी राष्ट्रीय खेल के बाद मैथन डैम में कभी वाटर स्‍पोर्ट्स नहीं होने से रखे-रखे खराब हो रहे हैं।

हॉस्टल परिसर में बोट फेंके पड़े: 34वें राष्ट्रीय खेल के लिए खरीद गए स्‍पोर्ट्स बोट हॉस्टल परिसर में फेंके पड़े हैं। धूप -धूप में रखे-रखे बोट टूट-फूट रहे हैं। इन बोट को देखने वाला कोई नहीं है। इस तरह स्‍पोर्ट्स हॉस्टल का रखरखाव भी भगवान भरोसे है। दिन में सुरक्षा के लिए कोई गार्ड नहीं रहता है। इससे बचे हुए सामान की चोरी की आशंका बनी रहती है।

फैक्ट फाइल:

- झारखंड में वर्ष 2011 में आयोजित 34वें राष्ट्रीय खेल के दौरान मैथन डैम में कयाकिंग, कैनोइंग व रोइंग वाटर स्‍पोर्ट्स की स्पर्धाएं हुई थीं।

- मैथन डैम के किनारे 4 करोड़ रुपए में 66 कमरों का अत्याधुनिक स्‍पोर्ट्स हॉस्टल तैयार किया गया था।

- कयाकिंग व कैनोइंग वाटर स्‍पोर्ट्स के लिए लगभग 40 सिंगल व डबल सीटर ओर रोइंग के लिए 20 डबल, फोर व सिक्स सीटर बोट खरीदे गए थे।

- वाटर स्‍पोर्ट्स के लिए डैम के किनारे प्लेटफार्म, चेंजिंग रूम व डिजिटल स्क्रीनबोर्ड बनाए गए थे।

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