Dhanbad: मोटे अनाज और सब्जियों से बने सूप आपको सर्दियों में देंगे गरमाहट

सर्दियां शुरू हो चुकी हैं। आम धारणा यह है कि इन दिनों कुछ भी खाया पीया आसानी से पच जाता है क्योंकि हमारा शरीर इन दिनों तन को गरम रखने के लिए अधिक कैलोरी बर्न करता है। इसलिए यह मौसम खानपान के लिहाज से भी सबसे बेहतर माना जाता है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Fri, 19 Nov 2021 11:56 AM (IST) Updated:Fri, 19 Nov 2021 12:27 PM (IST)
Dhanbad: मोटे अनाज और सब्जियों से बने सूप आपको सर्दियों में देंगे गरमाहट
आम धारणा यह है कि इन दिनों कुछ भी खाया पीया आसानी से पच जाता है ।

जागरण संवाददाता, धनबाद: सर्दियां शुरू हो चुकी हैं। आम धारणा यह है कि इन दिनों कुछ भी खाया पीया आसानी से पच जाता है क्योंकि हमारा शरीर इन दिनों तन को गरम रखने के लिए अधिक कैलोरी बर्न करता है। इसलिए यह मौसम खानपान के लिहाज से भी सबसे बेहतर माना जाता है।

आयुर्वेद और नेचुरोपैथी एक्सपर्ट डा उज्जवला कहती हैं कि सर्दियों में हमारा खान पान इस तरह का होना चाहिए कि शरीर को अध्िाक से अधिक गरमाहट मिले। और इसके लिए हमें अपने डायट में अधिक से अधिक मोटा अनाज के साथ हरी सब्जियों से बने सूप को शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा तिल, गुड़ और अन्य ड्राई फ्रेट्स से बने आइटमों की मात्रा भी इस मौसम के दौरान अपने भोजन का हिस्सा बना सकते हैं। क्योंकि इन दिनों में पाचन बेहतर हो जाता है और मोटा अनाज शरीर को गर्म रखने में मदद करता है।

तो आइए हम जानते हैं कि सर्दियों में हमारा खान पान कैसा होना चाहिए जो हमारे शरीर को गर्म रखे, रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाए और पोषक तत्वों की कमी भी पूरी करे, जानिए इन सवालों के जवाब प्रमुख डायटिसियन डा सौम्या चौबे से सर्दी की शुरुआत से खानपान में मक्का, ज्वार, बाजरा और रागी को शामिल करें। इनसे तैयार अलग-अलग तरह की डिश को खाना बेहतर विकल्प है। जैसे- दलिया, रोटी या डोसे। कम घी या तेल वाले इनसे तैयार डिश वजन कंट्रोल करने और शरीर को गर्म रखने में मदद करती है।

चौबे कहती हैं कि इस मौसम में कई तरह की सब्जियां आसानी से उपलब्ध होती हैं। इनका सूप बनाकर पी सकते हैं। सूप शरीर में पानी और पोषक तत्वों की कमी पूरी करते हैं। काली मिर्च के साथ बने मिक्स वेजिटेबल के सूप में मौजूद एंटीआक्सीडेंट रोगों से लड़ने की क्षमता को भी बढ़ाते हैं। जबकि मैथी, पालक, सरसों, बथुआ जैसी हरी सब्जियां में विटामिन ए, ई, के, फॉलिक एसिड, आयरन, पोटैशियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व अधिक मात्रा में होते हैं। हर दो मील्स में से कम से कम एक में यानी लंच या डिनर में इन्हें किसी न किसी रूप में अवश्य लेना चाहिए। ये वजन को कंट्रोल करने के साथ-साथ कफ दूर करती हैं। जो सर्दी के मौसम में अक्सर होता है। ये न केवल तासीर में गर्म हैं, बल्कि आयरन के भी अच्छे सोर्स हैं जो ठंड में हमारे लिए जरूरी है।

सर्दियों की एक बड़ी समस्या त्वचा का रूखा-सूखा होना है। तिल और मूंगफली के नियमित सेवन से त्वचा चमकदार और मुलायम बनी रहती है। इन दिनों चाय या गाजर के हलवे जैसी चीजों में भी शक्कर की जगह गुड़ का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

ज्यादातर लोग मानते हैं कि सर्दी में पसीना नहीं निकलता इसलिए पानी की कमी नहीं होती। ऐसा नहीं है। शरीर को बेहतर काम करने के लिए एक निश्चित मात्रा में पानी की जरूरत होती है। इसलिए रोजाना 8 से 10 गिलास पानी जरूर पिएं। पानी की कमी आपके पाचन क्षमता पर बुरा असर डाल सकती है।

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