जामताड़ा से अपहृत किराना दुकानदार का पुत्र सागर मुगमा से बरामद
संवाद सहयोगी गलफरबाड़ी जामताड़ा के सिकरपोशनी से 10 मई को अपहृत व्यवसायी पुत्र सागर मंड
संवाद सहयोगी, गलफरबाड़ी : जामताड़ा के सिकरपोशनी से 10 मई को अपहृत व्यवसायी पुत्र सागर मंडल को जामताड़ा पुलिस ने गुरुवार अहले सुबह निरसा थाना क्षेत्र के मुगमा एरिया ऑफिस पेट्रोल पंप के समीप बंद होटल से सकुशल बरामद कर लिया। अपहरणकांड में शामिल सात अपहरणकर्ताओं को भी धर दबोचा। तीन अपहरणकर्ता निरसा थाना अंतर्गत मुगमा की इंदिरा नगर कॉलोनी, दो को मुगमा के मंडमन कॉलोनी, एक को धनबाद और एक को जामताड़ा से दबोचा। पुलिस अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाए गए सागर मंडल और गिरफ्तार अपहरणकर्ताओं को अपने साथ जामताड़ा ले गई है। सागर का पिता गांव में ही किराना दुकान चलाता है।
10 मई को सागर मंडल को जामताड़ा के सिकरपोशनी से अपहरण किया गया था। सागर मंडल के स्वजनों ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था। अपहरणकर्ताओं द्वारा चार लाख की फिरौती मांगी गई थी। जब परिवार वालों ने पुलिस को इसकी सूचना दी तो जामताड़ा एसपी द्वारा करमाटांड़ थाना प्रभारी रजनीश आनंद के नेतृत्व में स्पेशल टीम गठित की गई। स्पेशल टीम को सागर मंडल को निरसा थाना क्षेत्र के मुगमा में रखे जाने की सूचना मिली। इसके बाद बुधवार शाम जामताड़ा से गठित जांच टीम तीन गाड़ी में मुगमा पहुंची। मुगमा के इंदिरा नगर कॉलोनी व एरिया ऑफिस पेट्रोल पंप के समीप पुलिस ने रेकी की। अपहरणकर्ताओं को इसकी भनक नहीं लगी। अपहरणकर्ता पेट्रोल पंप के समीप एक बंद पड़े होटल में सागर मंडल को बांध कर रखे हुए थे। अपहरणकर्ता विशाल शर्मा व मनीष कुमार बंद होटल में शराब पी रहे थे। ठीक उसी समय पुलिस ने होटल में छापा मारा और दोनों अपहरणकर्ताओं को दबोचते हुए सागर मंडल को उनके चंगुल से छुड़ा लिया। पुलिस ने जब दोनों अपहरणकर्ताओं की पिटाई की तो उन्होंने अपने बाकी साथियों के नाम उगल दिये। उनकी निशानदेही पर बाकी पांच अपहरणकर्ताओं को मुगमा, धनबाद व जामताड़ा से गिरफ्तार किया।
मुगमा की इंदिरा नगर कॉलोनी से उत्तम रजक और मंडमन कॉलोनी से दिवाकर तिवारी व मृत्युंजय तिवारी को गिरफ्तार किया। दिवाकर व मृत्युंजय तिवारी दोनों सगे भाई हैं। बताया जाता है कि दिवाकर तिवारी एयरफोर्स में था। वह एयरफोर्स छोड़कर भागा हुआ है। मनीष कुमार पहले भी कई बार जेल जा चुका है। पुलिस जांच टीम का नेतृत्व करमाटांड़ थाना प्रभारी रजनीश आनंद कर रहे थे।
जामताड़ा पुलिस की पूरी कार्रवाई इतनी गुप्त थी कि निरसा, गलफरबाड़ी या आसपास के थानों की पुलिस को भनक तक नहीं लगी। हालांकि, निरसा अंचल एसडीपीओ विजय कुमार कुशवाहा का कहना है कि उनकी जानकारी में जामताड़ा से कोई साइबर क्राइम कर फरार हो गया है। उसी मामले में धर पकड़ चल रही है।