Coronavirus से सुरक्षा के लिए थर्ड जेंडर गंभीर, धनबाद में अब तक 105 ने ली वैक्सीन

टीकाकरण को लेकर महिलाओं में भी तेजी से रुझान बढ़ने लगा है। मई में जहां जिले में कुल 1.50 लाख महिलाओं ने वैक्सीन ली थी वही जुलाई के अंत तक इसकी संख्या 260372 हो गई है। पुरुषों के साथ ही अब महिलाओं की भी लंबी लाइन लगने लगी है।

By MritunjayEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 11:52 AM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 11:52 AM (IST)
Coronavirus से सुरक्षा के लिए थर्ड जेंडर गंभीर, धनबाद में अब तक 105 ने ली वैक्सीन
कोरोना वायरस से बचाव के लिए टीका ( फाइल फोटो)।

जागरण संवाददाता, धनबाद। तीसरी लहर को देखते हुए अब लोगों में टीकाकरण को लेकर तेजी से रुझान बढ़ता दिख रहा है। यही वजह है कि जिले में 105 थर्ड जेंडर ने भी वैक्सीन लिया है। इन थर्ड जेंडर में धनबाद के अलावा कुछ दूसरे जिलों के भी हैं। पुरुष और महिला के अलावा थर्ड जेंडर में भी टीकाकरण को लेकर तेजी से रुझान बढ़ा है। इस कारण विभिन्न टीकाकरण केंद्रों पर टीका के लिए थर्ड जेंडर भी आ रहे हैं। जिले में अब तक कुल 6,18,068 लाभुकों ने कोरोना वायरस रोधी वैक्सीन लिया है। जिला टीकाकरण पदाधिकारी डा विकास राणा बताते हैं कि लोगों में तीसरी लहर का खौफ तो दूसरी ओर जागरूकता भी बढ़ी है। यही वजह है कि बड़ी संख्या में लोग टीकाकरण केंद्रों पर आने लगे हैं।

अब तक 2,60,37 2 महिलाओं ने लिया टीका

टीकाकरण को लेकर महिलाओं में भी तेजी से रुझान बढ़ने लगा है। मई में जहां जिले में कुल 1.50 लाख महिलाओं ने वैक्सीन लिया था। वही जुलाई के अंत तक इसकी संख्या 2,60,372 हो गई है। इसके साथ ही टीकाकरण केंद्रों पर पुरुषों के साथ ही अब महिलाओं की भी लंबी लाइन लगने लगी है। खास बात यह है कि इसमें 18 से 44 वर्ष 45 से 59 वर्ष की भी महिलाओं की संख्या अधिक है। युवा भी काफी संख्या में टीकाकरण केंद्र पर आने लगे हैं।

अब तक 3,57,591 पुरुषों ने लिया टीका

जिले में अब तक 3,57,591 पुरुषों ने भी वैक्सीन लिया है। इसमें सबसे ज्यादा संख्या 18 से 44 वर्ष के बीच के युवाओं की है। इसके बाद की संख्या 45 से 59 वर्ष के लोगों की है। सबसे कम संख्या 60 से ऊपर के बुजुर्गों की है। जिले में अभी तक मात्र 1.50 बुजुर्गों को ही वैक्सीन लगाया गया है। जबकि इनकी संख्या तीन लाख के आसपास है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण के लिए अपील कर रहा है। हालांकि इन सब में टीका की कमी बाधा बन रही है।

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