SNMMCH के मरीजों को इलाज से पहले दिखाने होंगे सरकारी दस्तावेज आधार कार्ड

शहीद निर्मल महतो मेमोरियल अस्पताल एवं कॉलेज के ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों को पर्ची काटने से पहले अपना सरकारी पहचान पत्र बताना पड़ सकता है। इसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने सभी विभागाध्यक्ष के साथ बैठक करके इस पर निर्णय ले रहे हैं।

By Atul SinghEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 10:42 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 10:42 AM (IST)
SNMMCH के मरीजों को इलाज से पहले दिखाने होंगे सरकारी दस्तावेज आधार कार्ड
SNMMCH मरीजों को दिखाने होंगे सरकारी दस्तावेज या आधार कार्ड।

जागरण संवाददाता, धनबाद: शहीद निर्मल महतो मेमोरियल कॉलेज एवं अस्पताल के ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों को पर्ची कटाने से पहले अपना सरकारी पहचान पत्र बताना पड़ सकता है। इसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने सभी विभागाध्यक्ष के साथ बैठक करके इस पर निर्णय ले रहा है। दरअसल, पिछले दिनों अस्पताल में बच्चा चोरी की घटना के बाद हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने इसकी की तैयारी शुरू की है। अभी पर्ची कटाने के लिए केवल मौखिक नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखवाया जाता है। इसी के आधार पर संबंधित मरीज का पर्ची बना कर दिया जाता है। इसी पर्ची के माध्यम से मरीज का अस्पताल में इलाज होता है। लेकिन पिछले दिनों बच्चा चोरी के मामले में आरोपित ने गलत नाम, पता लिखवाया था। हालांकि मोबाइल नंबर सही दर्ज हुआ था, जिस वजह से इसका भेद खुला। 

आधार नंबर या दिखाना होगा सरकारी प्रमाण पत्र 

अस्पताल के अधीक्षक डॉ अरुण कुमार वर्णवाल ने बताया कि अस्पताल में ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है, ताकि लोगों को सहूलियत मिल पाए। पिछले दिनों बच्चा चोरी की घटना के बाद सभी विभागाध्यक्ष के साथ बैठक की जा रही है। यह पर्ची बनवाने आए लोगों को अपना आधार कार्ड अथवा अन्य सरकारी व प्रमाण पत्र दिखाने होंगे। ऐसा नहीं हो पाता है तो कम से कम अपना आधार कार्ड नंबर पर्ची पर जरूर बताने होंगे। पर्ची में ही एक अलग से कॉलम बनाया होगा, जिसमें आधार कार्ड का नंबर लिखा जाएगा। ताकि जरूरत होने पर सम्मानित मरीज से संपर्क किया जा सके। 

अस्पताल में आए दिन बढ़ रही है अपराधिक घटनाएं

अस्पताल में आए दिन अपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं। आए दिन वार्ड में घुसकर मरीजों अथवा उनके तीमारदारों से छेड़खानी, मोटरसाइकिल चोरी, मोबाइल चोरी की घटना हो रही है। अस्पताल में लगे सीसीटीवी से कुछ राहत मिली है। लेकिन अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उन्हें पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा गार्ड नहीं मुहैया कराए गए हैं। इसकी मांग जिला प्रशासन से की गई है। अस्पताल में और सीसीटीवी कैमरे की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।

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