बेटियों के हुनरमंद हाथ देंगे बेरोजगारी को मात

प्रगति के पथ पर आगे बढ़ो..। यह स्लोगन है बंगाली कल्याण समिति की महिला शाखा का। अपने इसी स्लोगन के साथ समिति से जुड़ी महिलाओं ने शहर की जरूरतमंद बेटियों को हुनरमंद बनाने की ठानी है। उनका मानना है कि बेटियों के हुनरमंद हाथ ही बेरोजगारी को मात दे सकते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 06:22 AM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 06:22 AM (IST)
बेटियों के हुनरमंद हाथ देंगे बेरोजगारी को मात
बेटियों के हुनरमंद हाथ देंगे बेरोजगारी को मात

धनबाद : प्रगति के पथ पर आगे बढ़ो..। यह स्लोगन है बंगाली कल्याण समिति की महिला शाखा का। अपने इसी स्लोगन के साथ समिति से जुड़ी महिलाओं ने शहर की जरूरतमंद बेटियों को हुनरमंद बनाने की ठानी है। उनका मानना है कि बेटियों के हुनरमंद हाथ ही बेरोजगारी को मात दे सकते हैं। इसके लिए अलग-अलग दिनों में ट्रेनिग प्रोग्राम की शुरुआत की गई है। इस ट्रेनिग में छोटी बच्चियों से लेकर युवा होती बेटियां शामिल हैं, जिन्हें डिजाइनर लिफाफा, कागज के बने कैरी बैग से लेकर डोर मेट तक बनाने की विधि सिखाई जा रही है।

छोटी बच्चियां जहां डिजाइनर लिफाफा बनाना सीख रही हैं, वहीं किशोरियों को मेंहदी लगाने और टेलरिग का हुनर भी सिखाया जा रहा है। समिति ने ही ट्रेनिग के सारे सामान उपलब्ध कराए हैं। प्रशिक्षण पूरी कर बेटियां जो सामान तैयार करेंगी, उनके कारोबार के लिए भी विकल्प तलाश लिया गया है। समिति की ओर से जिला परिषद मैदान में आयोजित होनेवाले दुर्गापूजा में इन सामानों का स्टाल लगाया जाएगा। उनसे होनेवाली आमदनी बेटियों के हिस्से आएगी। स्थायी तौर पर स्टाल लगाने की भी संभावना तलाशी जा रही है। इनकी सक्रिय भागीदारी :

बेटियों को हुनरमंद बनाने में रेशमी चौधरी, संगीता गांगुली, बुबून मित्रा, संचिता बक्शी, मोनिका दास और सुवर्णा बनर्जी सक्रिय भागीदारी निभा रही हैं। मौजूदा वक्त में पढ़ाई के साथ-साथ ऐसे प्रशिक्षण की आवश्यकता बढ़ गई है। महिला शाखा की पहल से जरूरतमंद परिवार को आर्थिक संबल मिलेगा।

डा. देवयानी विश्वास, डीएसडब्ल्यू

बीबीएमकेयू शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में मेरे आवासीय परिसर में बच्चियों के लिए रोजगार उन्मूख प्रशिक्षण की शुरुआत हुई है। इससे बेटियों को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा।

डा. अमलेंदु सिन्हा, चेयरमैन व बंगाली कल्याण समिति सह पूर्व निदेशक सिफर

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