रानी बांध के दुकानदार दो साल से नहीं दे पा रहे किराया, कहा- चार गुना बढ़ोतरी कर दी जिला परिषद ने

रानीबंध धैया के दुकानदार अपनी दुकानों का किराया नहीं दे पा रहे हैं। नतीजतन पिछले दो सालों से जिला परिषद को अपनी दुकानों का भाड़ा नहीं मिल सक है। वहीं दुकानदारों ने आरोप लगाया है कि जिला परिषद ने अचानक दुकान के किराए में चार गुना वृद्धि कर दी है।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Publish:Tue, 06 Apr 2021 04:34 PM (IST) Updated:Tue, 06 Apr 2021 04:34 PM (IST)
रानी बांध के दुकानदार दो साल से नहीं दे पा रहे किराया, कहा- चार गुना बढ़ोतरी कर दी जिला परिषद ने
धैया में संचालित एक किराना दुकान की प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

जागरण संवाददाता, धनबाद: रानीबंध धैया के दुकानदार अपनी दुकानों का किराया नहीं दे पा रहे हैं। नतीजतन पिछले दो सालों से जिला परिषद को अपनी दुकानों का भाड़ा नहीं मिल सक है। वहीं दुकानदारों ने आरोप लगाया है कि जिला परिषद ने अचानक दुकान के किराए में चार गुना वृद्धि कर दी है।

400 से 1800 हुआ किराया: रानीबांध के सामने जिला परिषद से किराए पर दुकान लेने वाले दुकानदार मिहिर दत्ता ने बताया कि वर्ष 2018 के पहले जिला परिषद की दुकानों का किराया 300 से 500 रुपये हुआ करता था। वर्ष 2018 में इसे बढ़कर 14 रुपये प्रति वर्ग फ़ीट कर दिया गया, जो बहुत अधिक है। किराया कम करने को लेकर कई बार जिला परिषद को पत्राचार किया गया, पर सुनवाई नही हुई। बढ़ा हुआ किराया देने में दुकानदार असमर्थ हैं।

आइआइटी-आइएसएम का गेट बंद होने से हालत खस्ता: धैया में रानीबांध तालाब के सामने भी आइआइटी-आइएसएम का एक गेट है। आइआइटी-आइएसएम को क्‍लोज्‍ड कैंपस करने के बाद इस गेट को अब पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है। गेट जब खुला रहता था, तब यहां के दुकानों में काफी भीड़ रहा करती थी, लेकिन अब यहां की स्थिति खस्ता है।

झामुमो नेता से लगाई गुहार: दुकानदारों ने मामले को लेकर झामुमो व्यावसायिक प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष अमितेश सहाय से गुहार लगाई है। दुकानदारों के मामले पर सहाय ने डीडीसी सह सीईओ जिला परिषद से मामले में उचित कार्यवाई का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि दुकानदारों की माली हालत को देखते हुए किराया कम किया जाए।

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