भगवान शिव की आराधना को हर माह मनाई जाती है शिवरात्रि, साल में एक बार मनाई जाती है महाशिवरात्रि

शायद आपको जानकर आश्‍चर्य हो लेकिन भगवान शिव की आराधना को हर महीने शिवरात्रि का आयोजन किया जाता है। जिले में मासिक शिवरात्रि को उत्साह के साथ मनाया जाता है। हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि महाशिवरात्रि और सावन शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 11:45 AM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 11:45 AM (IST)
भगवान शिव की आराधना को हर माह मनाई जाती है शिवरात्रि, साल में एक बार मनाई जाती है महाशिवरात्रि
मासिक शिवरात्रि साल के प्रत्येक महीने में मनाई जाती है।

जागरण संवाददाता, धनबादः शायद आपको जानकर आश्‍चर्य हो, लेकिन भगवान शिव की आराधना को हर महीने शिवरात्रि का आयोजन किया जाता है। जिले में मासिक शिवरात्रि को उत्साह के साथ मनाया जाता है। हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि, महाशिवरात्रि और सावन शिवरात्रि का विशेष महत्व होता है।

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, प्रत्येक महीने में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि मनाई जाती है। मासिक शिवरात्रि साल के प्रत्येक महीने में और महाशिवरात्रि साल में एक बार मनाई जाती हैं। मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से भगवान शंकर प्रसन्न होते हैं। शास्त्रों के अनुसार, देवी लक्ष्मी, सरस्वती, इंद्राणी, गायत्री, सावित्री, पार्वती और रति ने शिवरात्रि का व्रत किया था और शिव कृपा से अनंत फल प्राप्त किए थे।

आज सुबह साढ़े चार बजे से शुभ मुहूर्त: इस माह मासिक शिवरात्रि चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि यानी 10 अप्रैल दिन शनिवार को प्रात: 4 बजकर 27 मिनट पर शुरू हुई है। 11 अप्रैल दिन रविवार को प्रात: 6 बजकर 03 मिनट तक यह तिथि रहेगी। ऐसे में 10 अप्रैल को ही रात्रि पूजा का समय प्राप्त हो रहा है। इसलिए चैत्र मास की मासिक शिवरात्रि 10 अप्रैल को ही है। 

मासिक शिवरात्रि का व्रत बेहद प्रभावशाली: गोल्फ ग्राउंड स्थित खड़ेश्वरी मंदिर के पुजारी राकेश पांडेय के अनुसार मासिक शिवरात्रि का व्रत बेहद प्रभावशाली होता है। इस दिन उपवास रखने और भगवान शिव की सच्चे मन से आराधना करने से सारी मनोमनाएं पूरी हो जाती हैं। यह व्रत रखने और पूजा करने वाले लोगों की सारी समस्याएं दूर होती हैं। ऐसी मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से मनोवांछित वर की प्राप्ति होती है और विवाह में आ रही रुकावटें भी दूर होती हैं। मासिक शिवरात्रि के दिन शिव चालीसा का बेहद अधिक महत्व है। शिव चालीसा पढ़ने से भगवान शिव को प्रसन्न किया जा सकता है। इस दिन कई श्रद्धालु  मंदिर में आकर पूजा अर्चना करते हैं तथा शिव चालीसा का पाठ भी एकजुट होकर पढ़ते हैं।

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