Dhanbad: शक्ति मंदिर का मनाया गया 32वांं शिलान्यास दिवस, भजन-कीर्तन किए जाएंगे

जोड़ा फाटक स्थित शक्ति मंदिर का 32वांं शिलान्यास दिवस 7 दिसंबर को मनाया जाएगा। इस अवसर मंदिर में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। शिलान्यास दिवस समारोह को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। 7 दिसंबर 1989 को मंदिर निर्माण का शिलान्यास किया गया था।

By Atul SinghEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 01:09 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 01:20 PM (IST)
Dhanbad: शक्ति मंदिर का मनाया गया 32वांं शिलान्यास दिवस, भजन-कीर्तन किए जाएंगे
जोड़ा फाटक स्थित शक्ति मंदिर का 32वांं शिलान्यास दिवस 7 दिसंबर को मनाया जाएगा। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जासं, धनबादः जोड़ा फाटक स्थित शक्ति मंदिर का 32वांं शिलान्यास दिवस 7 दिसंबर को मनाया जाएगा। इस अवसर मंदिर में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। शिलान्यास दिवस समारोह को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। मंदिर कमेटी के संयुक्त सचिव सुरेंद्र अरोड़ा ने बताया कि 7 दिसंबर 1989 को मंदिर निर्माण का शिलान्यास किया गया था। तब से लेकर हर साल 7 दिसंबर को धूम-धाम से शिलान्यास दिवस मनाया जाता है। कार्यक्रम की शुरुआत माता रानी की पूजा से की जाएगी। 

दिन के 11 बजे से पूजा आरती शुरू किया जाएगा। इसके बाद हवन किया जाएगा। इसमें मंदिर कमेटी के सदस्य मुख्य यजमान रहेंगे। पूजा संपन्न के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किए जाएंगे।बताया गया कि प्रत्येक वर्ष शिलान्यास दिवस पर काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते थे। लेकिन कोरोना महामारी को ध्यान मे रखते हुए पिछले 2 वर्ष सादगी के साथ सिर्फ हवन पूजन  का आयोजन किया गया। 

मंदिर समिति के सदस्यों का कहना है कि शिलान्यास दिवस को लेकर मंदिर परिसर को आकर्षक तरीके से सजाया जाएगा। विभिन्न तरह के फूलों और विभिन्न कलर की विद्युत सज्जा की जाएगी। दो दिवसीय समारोह पर भजन-कीर्तन सहित अन्य कार्यक्रम के आयोजन किए गए हैं। 7 व 8 दिसंबर को महिला भजन मंडली के द्वारा भजन कार्यक्रम किया जाएगा।जिसकी तैयारी में मंदिर कमेटी सक्रिय है।

मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था बेहद गहरी

मंदिर के पुजारी का कहना है कि शहर के सबसे बड़े मंदिर जोड़ाफाटक स्थित शक्ति मंदिर में श्रद्धालुओं की आस्था बेहद गहरी है। इसीलिए दूर दूर से श्रद्धालु यहां पूजा अर्चना करने आते हैं। यहां जो भी श्रद्धालु सच्ची श्रद्धा से मन्न्नतें मगते हैं पूर्ण रूप से पूरी होती है। मंदिर के शिलान्यास दिवस पर भी श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़़ उमड़ती है। 8 दिसंबर को महिलाएं दुर्गा स्तुति की सामूहिक पाठ की जाएगी। 

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