Weekly News Round Up: शौक दुनिया में छाने का जरूर रखो, पर इसके लिए रास्ता ऊपर की दुनिया में जाने का मत पकड़ो

कोई डैम में फोटोशूट करते समय तो कोई नदी में हादसे का शिकार बना। लोग अपने बच्चों को सतर्क कर रहे हैं। कह रहे हैं-शौक दुनिया में छाने का जरूर रखो पर इसके लिए रास्ता दूसरी दुनिया में जाने का मत पकड़ो।बच्चों और युवाओं को नसीहत पल्ले पड़ जाए।

By Atul SinghEdited By: Publish:Fri, 16 Jul 2021 05:57 PM (IST) Updated:Sat, 17 Jul 2021 09:58 AM (IST)
Weekly News Round Up:  शौक दुनिया में छाने का जरूर रखो, पर इसके लिए रास्ता ऊपर की दुनिया में जाने का मत पकड़ो
कोई डैम में फोटोशूट करते समय तो कोई नदी में हादसे का शिकार बना।

 द‍िनेश कुमार, धनबाद:  एंड्राइड मोबाइल ने एक नए शौक को बढ़ावा दिया है। सेल्फी लेने और वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया में छाने का। एक शोध में पता चला है कि यदि निहायत निजी क्षणों की सेल्फी नहीं ली जाए, खतरे न उठाए जाएं और नियमों की अवहेलना न की जाए, तो सेल्फी का शौक बुरा नहीं है, मगर लोग नसीहतें मानते कहां है। इंटरनेट मीडिया पर छाने के लिए जीवन दांव पर लगा सेल्फी और वीडियो बनाते हैं। इस चक्कर में धनबाद के ही एक माह में पांच युवा मौत की गोद में समा गए। कोई डैम में फोटोशूट करते समय तो कोई नदी में हादसे का शिकार बना। लोग अपने बच्चों को सतर्क कर रहे हैं। कह रहे हैं-शौक दुनिया में छाने का जरूर रखो, पर इसके लिए रास्ता दूसरी दुनिया में जाने का मत पकड़ो। भगवान करे, बच्चों और युवाओं को नसीहत पल्ले पड़ जाए।

भूख बढ़ा रही चूक  

अपने सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएनएमएमसीएच की इन तीन घटनाओं पर गौर फरमाएं। पहले यहां सुरक्षा में तैनात होमगार्ड जवान इंद्रलाल मंडल की मौत हुई। साथी जवानों ने आरोप लगाया कि उसे चार महीने से तनख्वाह नहीं मिली थी। भूख से जान चली गई। बात आई-गई हो गई, अब अस्पताल में भर्ती एक लावारिस युवती के साथ परिसर में रहनेवाले एंबुलेंस चालक ने दुष्कर्म कर डाला। हंगामा मच गया। अस्पताल की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गए। प्रबंधन ने सफाई दी कि 30 जवानों के सहारे इतने बड़े अस्पताल की सुरक्षा मुमकिन नहीं। संख्या बढ़ाई जाए। यह होता, उसके पहले अस्पताल में भर्ती हत्या का एक आरोपित नौ दो ग्यारह हो गया। फिर सुरक्षा पर सवाल। साथ में होमगार्ड जवानों का अटका वेतन भी। जवान कहते हैं-संख्या बढ़ाइए, मगर पहले बकाया वेतन तो दिलवाइए। जान लो, भूख के कारण सुरक्षा में चूक हो रही है।

छोटा परिवार का सूना दरबार 

आज के के दौर में हम दो, हमारे दो की महत्ता है। ज्यादातर लोग खुद जागरूक हैं। जो नहीं है, उन्हेंं सरकार प्रेरित करती है, मगर इस वर्ष कोरोना का ऐसा कहर बरपा कि परिवार नियोजन की योजनाएं पीछे छूट गईं। लाकडाउन में घर से निकलने की मनाही थी तो स्वास्थ्य विभाग का ध्यान भी संक्रमण की रोकथाम में लगा रहा। अब स्थिति कुछ बदली तो महकमे का पहला ध्यान इस ओर ही गया। बस लोगों को परिवार नियोजन से जोडऩे की तैयारी हो गई। कैंप लग गया है, मगर यह क्या, लोग उदासीन हैं। कोरोनारोधी टीका लेने को कैंप में भीड़ उमड़ रही है, परिवार नियोजन के लिए लगे कैंप में सन्नाटा। यह दरबार खाली क्यों। सो, लंपट गुरु कहते हैं, वायरस के खौफ के आगे छोटा परिवार, सुखी परिवार की ओर ध्यान नहीं है। यह गलत बात है। छोटा परिवार खुशियां लाता है।

माननीय को उपहार में मछली

11 जुलाई को सांसद पीएन सिंह 72 साल के हो गए। यूं तो भाजपा में 75 वर्ष की डेटलाइन को देखते हुए उम्र का यह पड़ाव सक्रिय राजनीतिज्ञ के लिए चिंता बढ़ा सकती है, मगर समर्थकों को इससे क्या मतलब। सो, भाईजी को जन्मदिन पर बधाई देने पहुंच गए। उपहार भी दिए। किसी ने गुलदस्ता तो कोई कुछ लेकर आया। इस बीच अपने चॢचत युवा मोर्चा के महामंत्री तमाल राय आ गए। अपने नेता की पसंद भांपने में गजब के माहिर हैं। सो, अनूठा उपहार लाए। दो किलो की ताजा मछली। अनकहा संदेश दिया, माननीय मछली खाकर सेहत बनाओ और अगले चुनाव की तैयारी में जुट जाओ। सांसद ने भी उपहार को स्वीकारने में तनिक देर नहीं की। युवा नेता ने भी वहां आए कार्यकर्ताओं के बीच ठसक से सीना फुलाया। मानो कह रहे हों, नेताजी को ताजी मछली भाती है। हमसे ज्यादा कौन जानता है।

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