Durga Puja 2020: एसडीएम ने किया पूजा पंडालों का निरीक्षण, कोविड गाइडलाइन का पालन करने वाली सर्वश्रेष्ठ कमेटियां होंगी सम्मानित

एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने मंगलावर को विभिन्न शहर के पूजा पंडालों का निरीक्षण किया। इस क्रम में उन्होंने सरायढेला स्टील गेट हरि मंदिर तथा झारखंड मैदान का निरीक्षण किया। बताया कि सरायढेला हरि मंदिर पूजा समिति ने राज्य सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए पूजा की तैयारी की है।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Tue, 20 Oct 2020 05:09 PM (IST) Updated:Tue, 20 Oct 2020 05:11 PM (IST)
Durga Puja 2020: एसडीएम ने किया पूजा पंडालों का निरीक्षण, कोविड गाइडलाइन का पालन करने वाली सर्वश्रेष्ठ कमेटियां होंगी सम्मानित
मंगलवार को स्टील गेट स्थित पूजा पंडाल में निरीक्षण के दौरान समिति के सदस्यों से जानकारी लेते एसडीओ सुरेंद्र कुमार।

धनबाद, जेएनएन। कोरोना संक्रमण का असर अब त्योहारों पर भी पड़ने लगा है। इसे लेकर अनुमंडल दंडाधिकारी सुरेंद्र कुमार ने मंगलावर को विभिन्न शहर के पूजा पंडालों का निरीक्षण किया। इस क्रम में उन्होंने सरायढेला स्टील गेट, हरि मंदिर तथा झारखंड मैदान का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद अनुमंडल दंडाधिकारी ने बताया कि सरायढेला एवं हरि मंदिर पूजा समिति ने राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए आयोजन की तैयारी की है। वहीं, झारखंड मैदान में एसओपी का उल्लंघन हुआ है। यहां, मां दुर्गा की प्रतिमा जहा स्थापित होगी, वहां पंडाल का रूप दिया गया है। इसके लिए आयोजकों को एसओपी का पालन करते हुए पंडाल बनाने का निर्देश दिया है।

एसडीएम ने बताया कि इस बार राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन के एसओपी का सर्वश्रेष्ठ पालन करने वाली पूजा समितियों को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने सभी पूजा समितियों से कोविड-19 के संक्रमण के फैलाव के रोकथाम के लिए जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है। गौरतलब है कि कोरोना को लेकर इस साल दुर्गा पूजा का आयोजन छोटे पूजा पंडाल, मंदिरों और घरों में ही किया जायेगा। इस दौरान पूजा पंडालों में शारीरिक दूरी का पालन अनिवार्य है। साथ हा पूजा पंडाल को ऐसा बनाया जाएगा, ताकि बाहर से मूर्ति न दिखे और श्रद्धालुओं की भीड़ न लगे।

पंडाल में एक समय में पुजारी और आयोजकों को मिलाकर कुल सात लोगों के ही रहने की छूट है। पूजा पंडाल को खुला रखने को कहा गया है। सिर्फ जहां मूर्ति रहेगी, उसे ही ढंका रखना है। पूजा पंडाल या मंडप के आस-पास किसी प्रकार की लाइटिंग या सजावट की अनुमति नहीं मिली है। राज्य सरकार की ओर से मूर्ति को लेकर भी दिशा निर्देश जारी किया गया है। मूर्ति का आकार 4 फीट से अधिक नहीं होना चाहिए। साथ ही पूजा के दौरान मेले के आयोजन पर प्रतिबंध है। मूर्ति विसर्जन जुलूस निकालने की भी अनुमति नहीं है। जिला प्रशासन द्वारा तय जगह पर ही मूर्ति विसर्जित की जाएगी।

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