गैस लीक हुई तो खुद बंद हो जाएगा सिलेंडर का रेगुलेटर

Gas leak. कोयला नगरी में कक्षा आठ में पढ़ने वाले इस उम्र के एक बच्चे ने कमाल किया है। उसने ऐसी तकनीक इजाद की है, जो हर इंसान के लिए उपयोगी होगी।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Wed, 19 Dec 2018 06:56 PM (IST) Updated:Wed, 19 Dec 2018 07:18 PM (IST)
गैस लीक हुई तो खुद बंद हो जाएगा सिलेंडर का रेगुलेटर
गैस लीक हुई तो खुद बंद हो जाएगा सिलेंडर का रेगुलेटर

धनबाद, आशीष सिंह। 13 साल का बालक। खेलने-कूदने की उमर। कोयला नगरी में कक्षा आठ में पढ़ने वाले इस उम्र के एक बच्चे ने कमाल किया है। उसने ऐसी तकनीक इजाद की है, जो हर इंसान के लिए उपयोगी होगी। आज गांव से शहर तक एलपीजी गैस सिलेंडर का उपयोग हो रहा है। गैस लीकेज के कारण दुर्घटनाएं भी होती हैं। धनबाद के डीएवी पब्लिक स्कूल के छात्र विशाल रंजन ने आम लोगों के लिए बेहद उपयोगी एलपीजी लीकेज डिटेक्टर बनाया है।

इसमें लगे सेंसर के कारण गैस लीक होते ही मकान में बिजली का मेन स्विच खुद ऑफ हो जाएगा। सिलेंडर में लगा रेगुलेटर भी खुद बंद हो जाएगा। मोबाइल पर संदेश भी आएगा कि घर में गैस लीक हो रही है। मई 2019 में यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के सेन मैटिओ में होने वाले मेकर फेयर में विशाल को आमंत्रित किया गया है। वह वहां अपने इनोवेशन के तकनीकी पहलुओं पर व्याख्यान देगा। विशेषज्ञों को अपने शोध की खासियत बताएगा। 

विशाल ने बताया कि देश भर से दस प्रोजेक्ट का चयन हुआ है। जिनका अमेरिका में प्रेजेंटेशन होगा। झारखंड से सिर्फ उसके प्रोजेक्ट को चयनित किया गया है। डिटेक्टर में लगा सेंसर ही पूरी प्रक्रिया में अहम है। गैस लीक होते ही यह एक्टिव हो जाएगा। सेंसर इसकी जानकारी ब्रेन यानी माइक्रो कंट्रोलर को देगा। जो घर के मेन स्विच में लगे रिले को सूचित (हिट) करेगा। ऐसा होते ही एमसीबी (लघु सर्किट ब्रेकर) डाउन हो जाएगा। एलपीजी गैस सिलिंडर के रेगुलेटर के पास लगा सर्वो मोटर उसके स्विच को ऑफ करेगी। यह 180 डिग्री तक घूम सकता है। बावजूद जितने कोण पर गैस आपूर्ति बंद हो सकेगी, उतने पर ही इसे सेट किया जाता है। इस युक्ति से घर में आग लगने की संभावना खत्म हो जाएगी।

डिटेक्टर में खर्च होंगे एक हजार रुपये 

आपका घर वाई-फाई जोन है तो ब्रेन यानी माइक्रो कंट्रोलर मोबाइल पर मैसेज भी देगा कि आपके घर में गैस लीक हो रही है। ब्रेन में लगा माइक्रोचिप यह मैसेज मोबाइल पर भेजेगा। अगर वाई-फाई नहीं है तो ब्रेन में जीएसएम सिम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इस पूरी प्रक्रिया पर महज 800 से 1000 हजार रुपये खर्च होंगे।

100 प्रतिभागियों में टॉप-10 में रहे विशाल 

छात्र विशाल व मेंटर बालकृष्ण सिंह ने बताया कि एलपीजी लीकेज डिटेक्टर से अब पूरी दुनिया रूबरू होगी। भारत सरकार के अटल इनोवेशन मिशन के तहत दिसंबर में दिल्ली में राष्ट्रीय स्तर पर नेशनल शोकेस मेक टुमॉरो फॉर इनोवेशन जेनरेशन प्रतिस्पर्धा हुई। इसमें देश के 100 प्रतिभागी शामिल हुए। विशाल देश के टॉप टेन छात्रों में चुना गया। 

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