जमीन के बदले मुआवजा व नियोजन के लिए रैयतों ने जीनागोरा में किया प्रदर्शन

सुरुंगा मौजा के रैयतों ने जीनागोरा जमीन में बीसीसीएल व आउटसोर्सिग कंपनी की ओर से ओबी डंप करने के विरोध में मंगलवार को प्रदर्शन किया। रैयत जमीन के बदले बिना मुआवजा दिए ओबी गिराने के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 06:05 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 06:05 PM (IST)
जमीन के बदले मुआवजा व नियोजन के लिए रैयतों ने जीनागोरा में किया प्रदर्शन
जमीन के बदले मुआवजा व नियोजन के लिए रैयतों ने जीनागोरा में किया प्रदर्शन

अलकडीहा : सुरुंगा मौजा के रैयतों ने जीनागोरा जमीन में बीसीसीएल व आउटसोर्सिग कंपनी की ओर से ओबी डंप करने के विरोध में मंगलवार को प्रदर्शन किया। रैयत जमीन के बदले बिना मुआवजा दिए ओबी गिराने के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए। सुरुंगा पंचायत की पूर्व मुखिया ललिता देवी के पति सनातन रविदास व नारद कालिदी के नेतृत्व में रैयतों ने प्रदर्शन किया। सनातन ने कहा कि जीनागोरा में लगभग छह एकड़ जमीन रैयतों की है। जमीन में प्रबंधन की ओर से परियोजना चलाकर बर्बाद कर दिया गया। अब ओबी डंप किया जा रहा है।

प्रबंधन 20 वर्ष से रैयतों को झूठा आश्वासन दिया। रैयत नियोजन और मुआवजा के लिए बीसीसीएल कार्यालय का चक्कर काटकर परेशान हो गए हैं। रैयतों ने जमीन के बदले नियोजन व मुआवजा के लिए झरिया के अंचल अधिकारी, बीसीसीएल के अधिकारी सहित विधायक तक न्याय की गुहार लगाई। किसी ने भी अभी तक रैयतों की समस्याओं का समाधान नहीं किया। प्रबंधन अब परियोजना विस्तारीकरण में लगा है। सनातन ने प्रबंधन पर रैयती जमीन को जबरन अधिग्रहण कर उस पर ओबी गिराने व जमीन को बंजर बनाने का आरोप लगाया है। कहा कि रैयत अपने अधिकार के लिए प्रबंधन के खिलाफ आरपार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। रैयतों ने कहा कि अब हम सभी रैयत एकजुट होकर अपने अधिकार लड़ाई लड़ेंगे। मालूम हो कि धरना दे रहे रैयतों से वार्ता करने की प्रतिक्रिया लेने पर पीओ पंकज कुमार ने कहा कि मामला न्यायालय में है। धरना में राजेश महतो, अरविद राय, ब्रह्मादेव महतो, सुदाम देव, राजू देव, लखन महतो, भागीरथ कुंभकार, अनिरुद्ध देव, मिहिर महतो, दुर्गाचरण महतो, अरुण रजक, राजेश बाउरी, विकास सिंह, उमेश राय, पांडव सिंह आदि रैयत थे।

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