Jharkhand Tourism: देवघर आने वाले पर्यटक फिर से लेंगे रोपवे का आनंद, मंगलवार से शुरू होगा परिचालन

झारखंड का यह एक मात्र रोप वे है। सबसे मजेदार तो यह कि यह सतह से 800 मीटर की उंचाई पर है। इस पर सफर करने का आनंद रोमांचक होता है। कारण यह 90 डिग्री पर उंचाई की ओर जाता है।

By MritunjayEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 04:23 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 04:23 PM (IST)
Jharkhand Tourism: देवघर आने वाले पर्यटक फिर से लेंगे रोपवे का आनंद, मंगलवार से शुरू होगा परिचालन
देवघर के त्रिकुट पर्वत पर रोपवे का सफर बड़ा ही मनभावन और मनोरम होता है।

देवघर [ आरसी सिन्हा ]।  लॉकडाउन शुरू होते ही 24 मार्च से झारखंड का एकमात्र रोप-वे बंद हो गया था। 7 महीना 3 दिन बाद मंगलवार से एक बार फिर पर्यटकों के लिए रोप-वे को शुरू किया जा रहा है। यह देवघर-दुमका सड़क मार्ग पर त्रिकुट पर्वत पर है। काफी मनोरम दृश्य के बीच रोमांचक क्षण होता है। दामोदर रोप वे इंफ्रा लिमिटेड के एजीएम एमके बेग ने कहा कि प्रशासन से रोप वे चलाने की अनुमति मिल गई है। मंगलवार से शुरू होगा और कोरोना संक्रमण का पूरा पूरा ख्याल रखते हुए मानक के अनुरूप चलेगा। एक केबिन में चार पर्यटकों के बैठने की व्यवस्था है। कोविड के मानक का पालन करते हुए एक केबिन में केवल दो लोग ही बैठेंगे। बिना मास्क के आने वाले यात्री को टिकट नहीं दिया जाएगा। उनको काउंटर से ही वापस कर दिया जाएगा। हर एक यात्री का थर्मल स्कैनर से जांच होगी।

8 मिनट में 800 मीटर का सफर

झारखंड का यह एक मात्र रोप वे है। सबसे मजेदार तो यह कि यह सतह से 800 मीटर की उंचाई पर है। इस पर सफर करने का आनंद रोमांचक होता है। कारण, यह 90 डिग्री पर उंचाई की ओर जाता है। प्राकृतिक छटा से घिरा होने के कारण रोप वे का सफर बहुत ही मजेदार हो जाता है। सतह से टॉप पर बने स्टेशन तक पहुंचने में 8 मिनट का समय लगता है।

130 रुपये में एक टिकट

कंपनी के एजीएम ने बताया कि टिकट दर में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। पर्यटकों से यह क्षेत्र एक बार फिर गुलजार हो, इसी मकसद से यह शुरू किया गया है। 130 रुपया का एक टिकट है। यह आने और जाने का किराया है। एक यात्री एक घंटा तक पर्वत के उपरी सतह पर घूम सकते हैं। वहां बिस्कुट और बंद बोतल पानी उपलब्ध होगा। प्रशासनिक व्यवस्था के तहत नल से भी पानी का इंतजाम है।

सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक

रोप वे का समय नियमित रूप से सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक का होगा। 25 केबिन वाले रोप वे में 100 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था है। कोरोना के कारण एक केबिन में दो यात्री ही बैठेंगे इसलिए एक ट्रिप में 50 पर्यटक ही सफर करेंगे। टिकट काउंटर के पास थर्मल स्कैनर एवं सेनिटाइजर की व्यवस्था होगी।

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