स्‍थ‍ित‍ि बद से बदतर! छाताबाद के काजूबगान में 12 वर्षो में नहीं बनी सड़क Dhanbad News

नगर निगम के कतरास अंचल के दो नंबर वार्ड के छाताबाद में मुस्लिम बहुल की आबादी सबसे अधिक है। घनी आबादी वाले कई मोहल्लों के बीच काजूबगान है जहां अब तक पक्की सड़क व नाली का निर्माण नहीं हुआ है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 11:55 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 11:55 AM (IST)
स्‍थ‍ित‍ि बद से बदतर! छाताबाद के काजूबगान में 12 वर्षो में नहीं बनी सड़क Dhanbad News
अब तक पक्की सड़क व नाली का निर्माण नहीं हुआ है। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

संवाद सहयोगी, कतरास: नगर निगम के कतरास अंचल के दो नंबर वार्ड के छाताबाद में मुस्लिम बहुल की आबादी सबसे अधिक है। घनी आबादी वाले कई मोहल्लों के बीच काजूबगान है जहां अब तक पक्की सड़क व नाली का निर्माण नहीं हुआ है।

सरकारी नल का पानी भी कई घरों तक नहीं पहुंच पायी है। छाताबाद के मुख्य सड़कों में स्ट्रीट लाइट तो लगा दी गयी है लेकिन वह भी मस्जिद मोड़ तक जाकर सीमित हो गया है। आगे की आबादी को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। यहां आधे से अधिक घरों में सरकारी नल से पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है। काजूबगान की कच्ची पगडंडी व बगल में बहता कच्चे नाली का पानी एक बहुत बड़ा प्रमाण है कि इस इलाके में कितना निगम द्वारा विकास का कार्य कराया गया है। घरों का गंदा पानी सड़क पर बहता साफ दिखाई देता है। नगर निगम के द्वारा पिछले 12 वर्षो में कोई काम नहीं किया गया है, कहीं कहीं नाले बनाए भी गए है लेकिन उसे खुला छोड़ दिया गया है। 

काजूबगान व कैलुडीह में पिछले 10-12  वर्षो में सड़क व नाली का निर्माण नहीं होने से सबसे ज्यादा परेशानी यहां की आबादी को हो रही है। बरसात के मौसम में घर तक पहुंचने के लिए इस गंदगी भरा पगडंडी से होकर लोगों को जाना पड़ता है, जिसमें नाली व बरसात का काफी पानी जमा हो जाता है। जिससे मच्छर का का प्रकोप व बीमारी की संभावना प्रबल है। इसी तरह छाताबाद के फुटबॉल ग्राउंड के पास की आबादी का हाल है। जहां सड़क तो दूर नाली का निर्माण कभी हुआ ही नहीं है। कच्चे नाले से होकर पानी सड़क पर होकर बहती है। छाताबाद इलाके में एक तालाब है, जिसमें छठ पूजा के आयोजन से लेकर दशहरा की मूर्ति तक विर्सिजित होती है, इसके बावजूद अभी तक इसका सौंर्दीयकरण नहीं कराया गया है। पहले लोग इस तालाब के पानी को घर में नहाने-धोने से लेकर अन्य कामों के लिए उपयोग में लाते थे। लेकिन अब साफ सफाई नहीं होने के कारण इसमें सिर्फ जानवरों को नहाया जाता है। हालांकि छठ पूजा को लेकर नगर निगम के द्वारा सफाई करायी गयी, जिसके बाद यहां छठ पूजा होती है। एक ओर गंदगी का अंबार लगा रहता है। कभी कभार कचड़ा उठाने वाले आते हैं। मोहल्ले में नाली व सड़क का निर्माण नहीं हुआ है।यहां नगर निगम की लाईट भी नहीं लगायी गयी है।

chat bot
आपका साथी