Swachh Survekshan 2021: साल भर में नहीं सुधरे धनबाद के हालात, जहां थे उसी स्थान पर बरकार
स्वच्छता सर्वेक्षण के मानक के अनुसार रैंकिंग श्रेणी आधार पर बांटी गई। स्वच्छता सर्वेक्षण 6000 अंकाें का था। इसमें विभिन्न श्रेणियाें में देशभर के 4320 शहरी निकाय शामिल हुए। इनमें 10 लाख या अधिक आबादी वाले 342 शहर शामिल किए गए थे। तीन श्रेणियों में शहरों को बांटा गया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की रैंकिंग शनिवार को जारी कर दी गई है। इस बार धनबाद ने देश में 33वां स्थान हासिल किया है। पिछले वर्ष 2020 के स्वच्छता सर्वेक्षण में धनबाद 10 लाख की आबादी वाले 47 शहराें की श्रेणी में 33वें पायदान पर रहा था। इस बार भी रैंकिंग नहीं सुधरी। हालात ज्यों के त्यों हैं। नगर निगम को सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट और सीवरेज ट्रीटमेंट के साथ ही ड्रेनेज सिस्टम के नहीं होने का खामियाजा भुगतना पड़ा। 1500 अंक इन्हीं चीजों से मिलते हैं।
स्वच्छता सर्वेक्षण के मानक के अनुसार रैंकिंग श्रेणी आधार पर बांटी गई। स्वच्छता सर्वेक्षण 6000 अंकाें का था। इसमें विभिन्न श्रेणियाें में देशभर के 4320 शहरी निकाय शामिल हुए। इनमें 10 लाख या अधिक आबादी वाले 342 शहर शामिल किए गए थे। तीन श्रेणियों में शहरों को बांटा गया है। इसमें फाइव-स्टार शहर, थ्री-स्टार शहर और वन-स्टार शहर की कैटेगरी बनाई गई है। इसमें 9 शहरों को फाइव स्टार, 166 को थ्री स्टार और 167 शहरों को वन स्टार की श्रेणी में रखा गया। धनबाद को एक भी स्टार नहीं मिला। गार्बेज फ्री सिटी के लिए भी नगर निगम धनबाद ने दावा किया था। इसमें भी कुछ हासिल नहीं हुआ। केंद्रीय टीम अप्रैल और जून-जुलाई में सर्वे के लिए धनबाद आई थी और शहरी क्षेत्र में साफ-सफाई की व्यवस्था से लेकर सामुदायिक और पब्लिक शाैचालयाें की स्थिति तक का आकलन किया था। पब्लिक फीडबैक भी लिया था। फीडबैक की बात करें तो एक लाख 81 हजार पब्लिक फीडबैक लेकर धनबाद राज्य की सभी यूएलबी में श्रेष्ठ रहा। नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने धनबाद की इस उपलब्धि पर संतोष जताया है और उम्मीद जताई है कि आगे धनबाद और बेहतर करेगा। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में अंडर-20 में रहने का प्रयास किया जाएगा।
पिछले पांच वर्षों में धनबाद की रैंकिंग वर्ष शहर की संख्या रैंकिंग 2016 73 73 2017 434 109 2018 4203 53 2019 4237 56 2020 47 33