हर्ष ने 16 वर्ष की उम्र में पूरी की शत्रुंजय महातीर्थ की 108 यात्रा

हर्ष वोरा ने महज 16 वर्ष की उम्र में जैनियों के महातीर्थ शत्रुंजय पर्वत (पालिताना) की 108 यात्रा पूरी की है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Jun 2018 12:56 PM (IST) Updated:Mon, 11 Jun 2018 01:29 PM (IST)
हर्ष ने 16 वर्ष की उम्र में पूरी की शत्रुंजय महातीर्थ की 108 यात्रा
हर्ष ने 16 वर्ष की उम्र में पूरी की शत्रुंजय महातीर्थ की 108 यात्रा

जागरण संवाददाता, धनबाद: हर्ष वोरा ने महज 16 वर्ष की उम्र में जैनियों के महातीर्थ शत्रुंजय पर्वत (पालिताना) की 108 यात्रा पूरी की है। हर्ष की इस उपलब्धि पर रविवार को देरावासी जैन संघ ने उसका स्वागत किया। इस अवसर पर सुबह करबला रोड से शास्त्रीनगर स्थित जैन मंदिर तक शोभा यात्रा निकाली गई।

बोकारो से आए तेजस भाई के नेतृत्व में मंदिर में भगवान महावीर की 99 प्रकार की पूजा अर्चना की गई। हर्ष ने इसी वर्ष डीनोबिली सीएमआरआइ से दसवीं की परीक्षा 89 प्रतिशत अंक से पास की है। उसकी मां रीना वोरा एवं पिता मोंटू वोरा ने बताया कि हर्ष ने अपनी नानी व मासी महाराज से प्रेरित होकर यशोविजय महाराज एवं साध्वी कल्प प्रज्ञाश्री के आशीर्वाद से अपनी यात्रा पूर्ण की। इसने 21 अप्रैल से 3 जून तक शत्रुंजय पर्वत की 108 यात्रा पूरी की। हर्ष ने बताया कि पर्वत परं 3500 सीढि़या हैं। एक यात्रा पूरी करने के लिए 7 हजार सीढि़यों से चढ़ना-उतरना पड़ता है। 108 यात्रा पूरी करने में 36 दिन का समय लगा। कभी-कभी एक दिन में दो या तीन बार उसने यात्रा की। हर्ष की इस उपलब्धि से हिमंतलाल वोरा, पुष्पा वोरा सहित समस्त जैन समाज ने खुशी जाहिर की है।

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