GST Collection: एक साल में पहली बार फरवरी में 4.33 लाख रुपये की ऊंचाई पर
कोरोना संक्रमण के बाद व्यवसायिक गतिविधियां सामान्य होने के बाद जीएसटी धनबाद ने भी अपनी कार्रवाई तेज की। अप्रैल 2020 में लॉक डाउन लगने के बाद शुरूआत के तीन माह तक जुर्माना वसूली शून्य थी। यानी अप्रैल से लेकर जून 2020 तक की यह स्थिति रही।
धनबाद, जेएनएन। कोरोना संक्रमण काल को लेकर सरकार एवं गैर सरकारी संस्थानों में पूरी तरह से कार्य प्रभावित रहा था। अगस्त 2020 के बाद से व्यवसायिक गतिविधियों में थोड़ी तेजी आयी थी, लेकिन दिसंबर के बाद से इसमें काफी तेजी रही। इसका फायदा राजस्व वसूल करने वाले विभागों में भी देखने को मिला। यही कारण रहा कि वाणिज्य कर विभाग के लिए फरवरी 21 फायदेमंद रहा। इस माह में सबसे अधिक कर की वसूली हुई। सबसे अधिक राशि 44.33 लाख रुपये ई वे बिल नहीं रहने पर जुर्माना के तौर वसूल की गई।
कोरोना संक्रमण के बाद व्यवसायिक गतिविधियां सामान्य होने के बाद जीएसटी धनबाद ने भी अपनी कार्रवाई तेज की। अप्रैल 2020 में लॉक डाउन लगने के बाद शुरूआत के तीन माह तक जुर्माना वसूली शून्य थी। यानी अप्रैल से लेकर जून 2020 तक की यह स्थिति रही। इसके बाद जुलाई में महज एक लाख रुपये ईवे बिल नहीं रहने पर जुर्माना के माध्यम से वसूल किया गया। अगस्त माह में 11.77 लाख, सितंबर में 9.74 लाख, आक्टूबर में 11.84 लाख और नवंबर में 12.99 लाख रुपये जीएसटी विभाग ने वसूल किया। जीएसटी की मानें तो यह माह विभाग के लिए अच्छा नहीं था, लेकिन दिसंबर 2020 से इस कार्य में तेजी आयी। केवल दिसंबर में 31.76 लाख रुपये जीएसटी विभाग ने विभिन्न व्यापारिक संगठनों के खिलाफ कार्रवाई चलाते हुए वसूल किया था। नए साल जनवरी 2021 में यह राशि बढ़कर 38.78 लाख हो गई और फरवरी में जीएसटी विभाग ने 44.33 लाख का आंकड़ा पर पहुंच गया।
लॉक डाउन के बाद बिना कागजातों के माल की हुई सप्लाई : लॉक डाउन खुलने के बाद काफी व्यवसायियों ने बिना ई वे बिल के की माल की खरीद बिक्री की। विभाग ने जब इस मामले की जांच की तो लगातार बिना ई वे बिल के माल पकड़ा गया।