फरवरी में खुल जाएगा आरसीएमएस का कार्यालय 9 तारीख को डीसी कोर्ट में आखिरी सुनवाई

2011 से बंद पड़े राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ का केंद्रीय कार्यालय फरवरी में खुलने की संभावना है। उपायुक्त के पास पूरे मामले को संघ की ओर से रखा गया है। 9 फरवरी को आखिरी सुनवाई होगी। जिसमें यह संभावना है कि संघ के पक्ष में यह फैसला आ जाए ।

By Atul SinghEdited By: Publish:Mon, 01 Feb 2021 05:25 PM (IST) Updated:Mon, 01 Feb 2021 05:39 PM (IST)
फरवरी में खुल जाएगा आरसीएमएस का कार्यालय 9 तारीख को डीसी कोर्ट में आखिरी सुनवाई
2011 से बंद पड़े राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ का केंद्रीय कार्यालय फरवरी में खुलने की संभावना है। (जागरण)

 धनबाद, जेएनएन: 2011 से बंद पड़े राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ का केंद्रीय कार्यालय फरवरी में खुलने की संभावना है।  उपायुक्त के पास पूरे मामले को संघ की ओर से रखा गया है। 9 फरवरी को इसकी आखिरी सुनवाई होगी। जिसमें यह संभावना है कि संघ के पक्ष में यह फैसला आ जाए । यह बातें राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के अध्यक्ष एवं विधायक जय मंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने बोकारो में केंद्रीय कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए सार्वजनिक रूप से कहीं। उन्होंने कहा कि फैसले आते ही एक सप्ताह के अंदर केंद्रीय कमेटी की बैठक बुलाई जाएगी । और जो भी पॉलिसी डिसीजन है उसे तुरंत लिए जाएंगे । उन्होंने यहां तक कह दिया कि इंडस्ट्रियल रिलेशन को लेकर जो कंपनी स्तरीय कमेटियों में संघ नहीं बैठ पा रही है उन कमेटियों में भी संघ का प्रतिनिधि जल्द ही होगा। क्योंकि सरकार ने इंटक पर बैठने से रोक लगाया है आरसीएमएस और फेडरेशन पर नहीं। उन्होंने कहा युवाओं को संघ में तर्जी दी जाएगी। लेकिन बुजुर्गों से भी  उनका अनुभव लेना जरूरी है। सिंह ने कहा कि आरसीएमएस और इंटक ही  एक ऐसी संगठन है जो शुरुआत से ही मजदूरों के हित के लिए सोचती है। और उनके सुख दुख में हमेशा साथ रहती है। ददई दुबे एवं केएन त्रिपाठी पद पर भले हैं लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता । फर्क यह पड़ता है कि गलत तरीके से सरकार के समक्ष फॉर्म भी में नाम अंकित कराया है। 

सिंह ने कहा कि आज सबसे बड़ा छुटकारा कोल इंडिया को मिल गया। बीसीसीएल के सीएमडी गोपाल सिंह सेवा निर्मित हो गए जिन्होंने सरकारी मिशनरी का दुरुपयोग करने का काम किया है। मेडिकल अनफिट से लेकर तमाम सुविधाओं में जो कटौती हुई है वह कटौती गोपाल सिंह की देन है । उन्होंने सोचा था कि सरकार के साथ मिलकर मजदूरों का शोषण करें और भारतीय जनता पार्टी उन्हें सर आंखों पर बैठेगी लेकिन भाजपा ने भी उनकी नीति को समझ लिया।  उन्हें जल्द ही इसका सामना करना पड़ेगा।  उन्होंने ने पूरे मामले को विधानसभा में उठाने की बात कही। 

 मौके पर पूर्व मंत्री मन्नान मलिक,  एके झा, बृजेंद्र प्रसाद सिंह, गिरजा शंकर पांडेय, महेंद्र विश्वकर्मा, वीरेंद्र प्रसाद अंबष्ठ,  संतोष महतो, एसएस जामा ,रामप्रीत यादव, केबी सिंह, एसके शाही, सहित तमाम एरिया एवं कंपनी के पदाधिकारी मौजूद थे।

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