रेलवे को चार डॉक्टर और 10 पारा मेडिकल स्टाफ, कोरोना फंड के साथ ऑक्सीजन प्लांट भी Dhanbad News

कोरोना की दूसरी लहर के साथ ही धनबाद रेल मंडल में काम करने वाले कर्मचारियों की स्थिति बुरी हो चुकी है। अब तक लगभग 141 कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। इनमें चार कर्मचारियों की मौत भी हो चुकी है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 11:55 AM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 11:55 AM (IST)
रेलवे को चार डॉक्टर और 10 पारा मेडिकल स्टाफ, कोरोना फंड के साथ ऑक्सीजन प्लांट भी Dhanbad News
धनबाद रेल मंडल में काम करने वाले कर्मचारियों की स्थिति बुरी हो चुकी है।

जागरण संवाददाता, धनबाद : कोरोना की दूसरी लहर के साथ ही धनबाद रेल मंडल में काम करने वाले कर्मचारियों की स्थिति बुरी हो चुकी है। अब तक लगभग 141 कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। इनमें चार कर्मचारियों की मौत भी हो चुकी है। कर्मचारियों के दो परिवार के सदस्य भी इसकी गिरफ्त में आकर मर चुके हैं। परिस्थिति की गंभीरता को देखते हुए रेलवे ने 4 डॉक्टर और 10 पैरामेडिकल स्टाफ बहाल करने का निर्णय लिया है। सभी मानदेय पर बहाल होंगे। इसके साथ ही रेलवे ने ऑक्सीजन की कमी पूरा करने के लिए ऑक्सीजन प्लांट लगाने की भी तैयारी शुरू कर दी है। सोमवार को ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के साथ डीआरएम आशीष बंसल समेत तमाम अधिकारियों की आपात बैठक में इस पर विस्तृत चर्चा हुई। यूनियन अध्यक्ष डीके पांडे ने कहा कि कर्मचारियों को कोरोना काल में स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने में रेल प्रशासन पूरी तरह विफल है। बड़ी संख्या में कर्मचारी और उनके परिवार इसकी चपेट में आ रहे हैं। रेल प्रशासन से पर्याप्त सुविधा और संसाधन नहीं मिलने से कर्मचारियों में आक्रोश है और हताशा भी। 

डीआरएम ने कहा कर्मचारियों के लिए बेहतर सुविधाएं देने की कोशिश की जा रही है। धनबाद के रेलवे अस्पताल में प्रभावितों के लिए 42 बेड तैयार किया गया है। उनके लिए ऑक्सीजन और जरूरी दवा की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। बहुत जल्द धनबाद रेल मंडल के अलग-अलग जगहों पर वैक्सीनेशन  शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए स्थानीय प्रशासन से बातचीत कर रहे हैं। क्रू लॉबी, रेलवे स्टेशन परिसर समेत अन्य सभी कार्य स्थल को सैनिटाइज करने, कर्मचारियों के लिए हैंड वॉश की व्यवस्था करने, स्वास्थ्य परीक्षण और बायोमेट्रिक अटेंडेंस प्रक्रिया पर रोक, रनिंग रूम में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की स्वास्थ्य जांच करने, उसे सैनिटाइज करने, हर तरह की प्रशिक्षण कक्षाओं को रोकने जैसे कदम उठाए गए हैं। बैठक के दौरान यह निर्णय भी हुआ आवश्यक संसाधनों की तत्काल उपलब्धता के लिए अधिकारी और कर्मचारी मिलकर एक विशेष फंड बनाएंगे जिसमें अधिकारी ₹500 और कर्मचारी ₹200 जमा करेंगे। इस फंड से आपात परिस्थिति में कर्मचारियों को मदद मिल सकेगी। मौके पर जियाउद्दीन, एनके खवास, ओम प्रकाश, वीडी सिंह, पीके मिश्रा, एके दा, टीके साहू, बीबी सिंह, मीना कुंडू शामिल थे।

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