कतरासगढ़ स्टेशन पर रेल आंदोलनकारियों ने मनाया काला दिवस
कतरास 15 जून 2017 यानि आज ही के दिन धनबाद-कतरास-चंद्रपुरा रेल मार्ग में ट्रेनों का परिचालन बंद हुआ था। रेलवे ट्रेक और यात्रियों की जान पर खतरा बताकर 26 जोड़ी यात्री ट्रेन की सुविधा छीन ली गई थी।
संवाद सहयोगी, कतरास : 15 जून 2017 यानि आज ही के दिन धनबाद-कतरास-चंद्रपुरा रेल मार्ग में ट्रेनों का परिचालन बंद हुआ था। रेलवे ट्रेक और यात्रियों की जान पर खतरा बताकर 26 जोड़ी यात्री ट्रेन की सुविधा छीन ली गई थी। इसे लेकर मंगलवार को कतरासगढ़ स्टेशन पर रेल नागरिकों ने काला दिवस मनाया। शहर और क्षेत्र के प्रबुद्धजन, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उन सभी लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से आंदोलन को सफलता मिली और 620 दिन बाद डीसी लाइन ट्रेन का पुन: परिचालन सुनिश्चित हुआ। रेल आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले पूर्व विधायक ओपी लाल और कैलाश केजरीवाल के निधन पर दो मिनट का मौन रखा गया। समाजसेवी विजय कुमार झा ने लंबे समय तक चले आंदोलन पर कहा कि अहिसात्मक आंदोलन के चलते सफलता प्राप्त हुई। आंदोलन और तमाम सबूतों को प्रस्तुत कर यह साबित की गई कि भूगर्भीय आग से रेलवे ट्रेक को खतरा नहीं है। यही वजह है कि सरकार को अपना निर्णय बदलना पड़ा। झामुमो नेता राजेंद्र प्रसाद रजा ने दलीय भावना से उपर उठकर रेल आंदोलन में भाग लेने वाले सभी लोगों की जीत बताई। कांग्रेसी नेता अशोक लाल ने कतरास के सभी सामाजिक संघठन और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रति आभार जताया। झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष रतिलाल टुडू ने कहा कि सरकार ने लाखों लोगों की रेल सुविधा छीन ली थी। जिसे संघर्ष के बूते पर पुन: हासिल किया गया। निमाय मुखर्जी ने रेल आंदोलन में भूमिका निभाने वाले सभी लोगों के प्रति आभार जताया। भोला राम, गौतम मंडल, शौकत खान, ललित सिंह, विनय पासवान, परवेज इकबाल, विनोद शर्मा, दिनेश जेठवा, मुन्ना सिंह आदि शामिल थे।