शहर के नामचीन होटलों में छापा, खालसा समेत कई होटलों से नाबालिग बच्चों का रेस्क्यू

शहर के नामचीन होटलों में चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के निर्देश पर छापेमारी शुरू हो गई है। सोमवार को एक दर्जन नाबालिक बच्चों को अलग-अलग होटलों से रेस्क्यू किया गया। इनमें गोविंदपुर का बहुचर्चित खालसा होटल भी शामिल है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Mon, 21 Dec 2020 05:29 PM (IST) Updated:Mon, 21 Dec 2020 07:33 PM (IST)
शहर के नामचीन होटलों में छापा, खालसा समेत कई होटलों से नाबालिग बच्चों का रेस्क्यू
शहर के नामचीन होटलों में चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के निर्देश पर छापेमारी शुरू हो गई है। (जागरण)

धनबाद, जेएनएन :  शहर के नामचीन होटलों में चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के निर्देश पर छापेमारी शुरू हो गई है। सोमवार को एक दर्जन नाबालिक बच्चों को अलग-अलग होटलों से रेस्क्यू किया गया। इनमें गोविंदपुर का बहुचर्चित खालसा होटल भी शामिल है। रेस्क्यू किए गए सभी बच्चे 12 से 14 साल तक की उम्र के हैं। उन्हें फिलहाल मेडिकल के लिए भेजा गया है। कोविड टेस्ट के बाद उन्हें चाइल्ड लाइन में रखा जाएगा। 

चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की सदस्य विद्योत्तमा बंसल और देवेंद्र शर्मा ने बताया कि  लगातार मिल रही शिकायतों के बाद बाल संरक्षण इकाई, चाइल्ड लाइन और श्रम विभाग की टीम की ओर से संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के दौरान गोविंदपुर के खालसा होटल से एक नाबालिग बच्चे का रेस्क्यू किया गया। खालसा से सटे एक और होटल में भी नाबालिक बच्चा मिला। इधर अशर्फी हॉस्पिटल के ठीक सामने एक होटल में भी छापामारी कर नाबालिक बच्चे का रेस्क्यू किया गया। अब तक एक दर्जन नाबालिक बच्चों का रेस्क्यू किया जा चुका है। एकाएक शुरू हुई इस कार्रवाई से होटल संचालकों में हड़कंप मच गया है।

हालांकि बच्चों की रेस्क्यू के साथ ही यह परेशानी भी बढ़ गई है इतने बच्चों को कहां रखा जाएगा। धनबाद में कई साल पहले ही 70 लाख रुपए खर्च कर बाल आश्रय गृह के लिए भवन निर्माण हो चुका है। पर अब तक इस भवन में बच्चों के रहने का बंदोबस्त नहीं हो सका है। कड़ाके की ठंड में रेस्क्यू कराए गए बच्चे कहां रहेंगे, इसे लेकर माथापच्ची शुरू हो गई है।

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