JPSC PT Exam 2021: आसान-सा सवाल था 'धुमकुड़िया', अभ्यर्थियों का दिमाग हुआ घनचक्कर

JPSC PT Exam 2021 झारखंड लोक सेवा आयोग की संयुक्त असैनिक सेवा प्रारंभिक परीक्षा का रविवार को आयोजन किया गया। धनबाद में इसके लिए 102 सेंटर बनाए थे। 32 हजार अभ्यर्थियों में करीब 10 हजार ने परीक्षा नहीं दी।

By MritunjayEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 08:41 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 07:21 AM (IST)
JPSC PT Exam 2021: आसान-सा सवाल था 'धुमकुड़िया', अभ्यर्थियों का दिमाग हुआ घनचक्कर
झारखंड लोक सेवा आयोग संयुक्त असैनिक सेवा प्रांरभिक परीक्षा ( सांकेतिक फोटो)।

धनबाद, जेएनएन। झारखंड लोक सेवा आयोग की ओर से रविवार को संयुक्त असैनिक सेवा प्रारंभिक परीक्षा ( JPSC Combined Civil Services Preliminary Examination PT-2021 ) का आयोजन किया गया। परीक्षा दो पाली में हुई। पहली में सामान्य अध्ययन-1 और दूसरी पाली में सामान्य अध्ययन-2 विषय के प्रश्न पूछे गए। दोनों विषयों में प्रश्न कठिन नहीं थे। सामान्य से प्रश्न थे। हालांकि इन सामान्य प्रश्नों के सही जवाब ढूंढने में ज्यादातर अभ्यर्थियों के दिमाग घनचक्कर हो गए। निगेटिव मार्किंग न होने की वजह से सही जानकारी न होने पर भी जवाब देकर परीक्षा हाल से बाहर निकले। घनचक्कर करने वाले सवालों में एक था-घुमकुड़िया। सामान्य अध्ययन विषय के पेपर वन का पांचवां सवाल था-घुमकुडिया का क्या तात्पर्य है ?

सवाल का सही जवाब

पांचवें सवाल के जवाब में चार विकल्प थे-A. युवा गृह, B. नृत्य स्थल, C. पूजा स्थल और D. श्मशान। इन्हीं में एक सही जवाब को चुनना था। सही जवाब है-युवा गृह। हालांकि यहां प्रश्न पत्र सेट करने वालों से भी थोड़ी गलती हुई है। असल में धुमकुड़िया होता है लेकिन प्रश्न पत्र में घुमकुड़िया प्रिंट है। 

उरांव जनजाति की परंपरा में धुमकुड़िया का महत्वपूर्ण स्थान 

धुमकुड़िया को सामान्य भाषा में युवा गृह कह सकते हैं। यह एक ऐसा स्थल है, जिसका आदिवासी समाज खास तौर पर उरांव जनजाति की परंपराओं में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। जनजातीय समाज में हर गांव में धुमकुड़िया हुआ करता था, जहां हर शाम युवा जुटते थे। उन्हें समाज के बुजुर्ग और मानिंद लोग समाज की परंपराओं और जीवन की जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक किया करते थे। धुमकुड़िया पुरखों के अनुभवों और ज्ञान को नई पीढ़ी को हस्तांतरित करने का माध्यम रहा है। इस परंपरा बचाए रखने के लिए झारखंड की पूर्व की रघुवर सरकार ने राज्य में धुमकुड़िया भवन बनाने की योजना का शुभारंभ किया था। इसी साल 14 जुलाई, 2021 को राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची के कमरटोली में केंद्रीय धुमकुड़िया भवन निर्माण की आधारशिला रखी। 

सवालों में मलूटी को भी मिला स्थान

जेपीएससी संयुक्त असैनिक सेवा प्रांरभिक परीक्षा ( पीटी) के सवालों में झारखंड के दुमका के गांव मलूटी को भी स्थान मिला। पेपर वन का नाैवां सवाल था-किसे मंदिरों का नगर के रूप में जाना जाता है? इसके जवाब में चार विकल्प थे- नरसिंहपुर, मलूटी, सिसई और रामजरी। सही जवाब मलूटी है। झारखंड सरकार मलूटी की झांकी गणतंत्र दिवस पर देश की राजधानी नई दिल्ली में निकाल चुकी है। यह झांकी राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत हुई थी। 

10 हजार अभ्यर्थियों ने नहीं दी परीक्षा

धनबाद में जेपीएसपी परीक्षा के लिए 102 सेंटर बनाए गए थे। इन सेंटरों पर 32,119 अभ्यर्थियों के केंद्र निर्धारित थे। इनमें से करीब 10 हजारी अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। धनबाद के एसडीएम प्रेम तिवारी ने बताया कि प्रथम पाली में 20, 066 और द्वितीय पाली में 20,033 अभ्यर्थी उपस्थित हुए। परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हुई। 

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