रूला रहा प्याज, सता रहा लहसुन; बढ़ती कीमतों से अभी राहत की उम्मीद नहीं Dhanbad News
धनबाद में प्याज की मुख्य मंडी पुराना बाजार झरिया और कतरास में है। यहां महाराष्ट्र के नासिक और MP से प्याज आता है। अत्यधिक बारिश होने के प्याज की आपूर्ति प्रभावित है।
धनबाद, जेएनएन। महाराष्ट्र में हुई मूसलधार बारिश का असर कोयलांचल के बाजार में दिख रहा है। प्याज जहां 60 रुपये किलो बिक रहा है, वहीं लहसून का भी भाव आसमान पर है। धनबाद के बाजार में लहसून 170 रुपये प्रति किलो की दर से बिक रहा है।
धनबाद में प्याज की मुख्य मंडी धनबाद के पुराना बाजार, झरिया और कतरास में है। यहां महाराष्ट्र के नासिक और मध्य प्रदेश से प्याज आता है। दोनों राज्यों में अत्यधिक बारिश होने के कारण प्याज और लहसून पर असर पड़ा है। नतीजतन धनबाद में इसका भाव चढ़ा हुआ है। व्यापारियों की मानें तो आने वाले दिनों में इन दोनों के दामों में कमी होने के आसार नहीं हैं, बल्कि प्याज के दाम और तेजी से बढ़ सकते हैं।
सप्ताह में उतर रहा एक ट्रक माल : पुराना बाजार के कारोबारी बी भगत बताते हैं कि वर्तमान समय में सप्ताह में एक ट्रक प्याज बाजार में आ रहा है। नासिक में ही प्रति किलो प्याज 45 रुपये के आसपास बिक रहा है। इसके बाद प्रति किलो चार रुपये भाड़ा का भुगतान किया जाता है। इसके अलाव विभिन्न प्रकार के कर देने पड़ते हैं। यानी धनबाद के व्यापारी के पास यह प्याज 52 से 54 रुपये प्रति किलो की दर पर पहुंच रहा है। लहसून को लेकर भी यही हाल है। अमूमन 40 से 60 रुपये किलो तक बिकने वाला लहसून भी इस समय बेकाबू है। भगत ने बताया कि नासिक में काफी मात्रा में प्याज बारिश के पानी की वजह से बर्बाद हो गया है।
दर गिरने का सता रहा डर : व्यापारी बताते हैं कि प्याज कम मंगाने का एक कारण इसके भाव में कमी आने की भी संभावना है। भगत ने बताया कि अधिक प्याज या लहसून आने के बाद, यदि वह ज्यादा दिनों तक बिका नहीं और इस बीच दाम गिरता है तो व्यापारी को प्रति ट्रक डेढ़ लाख रुपये का घाटा होगा। इसी भय से अधिक प्याज नहीं मंगाई जा रही है।