धनबाद के मनोरोगियों का बढ़ेगा रोग, सदर अस्पताल के एकमात्र मनोचिकित्सक ने छोड़ी नौकरी
धनबाद सदर अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉक्टर रमेश कुमार हेंब्रम ने इस्तीफा दे दिया है। वह अनुबंध पर कार्यरत थे। उनकी नाैकरी पश्चिम बंगाल सरकार में लग गई है। इसके बाद इस्तीफा देकर पश्चिम बंगाल चले गए हैं। उनके जाने से सदर का मनोचिकित्सका केंद्र बन हो गया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद। जिले में सरकारी सेवा में अनुबंध पर कार्यरत एकमात्र मनोचिकित्सक में अपनी नौकरी छोड़ दी है। मनोचिकित्सक डॉक्टर रमेश कुमार हेंब्रम ने सदर अस्पताल में अपनी सेवा छोड़कर बंगाल चले गए हैं। वहां, उन्होंने बंगाल सरकार की नौकरी ज्वाइन की है। इधर, मनोचिकित्सक के लिए सदर अस्पताल में अलग से मनोचिकित्सा केंद्र बनाया गया था। मनोचिकित्सक के जाने के बाद अब जिले में एक भी सरकारी सेवा में मनोचिकित्सक नहीं है। ऐसे में मरीजों को अब निजी चिकित्सकों के पास जाना पड़ेगा।
एसएनएमएमसीएच में है मात्र एक सीनियर रेजिडेंट
एसएनएमएमसीएच के मनोचिकित्सा विभाग में मात्र एक सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर शिल्पी कुमारी सेवा दे रही हैं। लेकिन यहां पर एक भी सीनियर मनोचिकित्सक नहीं है। ऐसे में अस्पताल में आने वाले मरीजों के लिए ओपीडी सेवा ही किसी प्रकार से मिल पा रही है। जबकि अभी तक मानसिक रोगियों के लिए इंडोर सेवा नहीं शुरू हुई है। ऐसे में गंभीर रोगियों को इलाज के लिए अभी भी रांची रिनपास जाना पड़ रहा है। इससे रोगियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सदर में एक बार फिर से ओपीडी सेवा शुरू करने की तैयारी
सदर अस्पताल में एक बार फिर से ओपीडी सेवा शुरू करने की तैयारी जिला प्रशासन और स्वास्थ विभाग कर रहा है। पिछले दिनों डीसी संदीप सिंह ने यहां आकर कोरोना से संक्रमित मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट करने को निर्देश दिया था। इसी के आलोक में अब तैयारी शुरू हो गई है। अस्पताल में अलग से ओपीडी के लिए चिकित्सकों के अलग चेंबर बनाए गए हैं। पिछले दिनों अस्पताल को साथ में डॉक्टर भी मिले हैं। ऐसे में फिर से ओपीडी शुरू होने पर आम मरीजों को राहत मिल पाएगी।