HURL Sindri: खाद कारखाना में मार्च 2022 से शुरू हो जाएगा उत्पादन, देश में यूरिया का संकट होगा दूर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात दिसंबर को हर्ल के गोरखपुर उर्वरक संयंत्र को राष्ट्र के समर्पित करेंगे। हर्ल के प्रबंध निदेशक एके गुप्ता ने कहा है कि हर्ल के सिंदरी बरौनी और गोरखपुर उर्वरक संयंत्र में उत्पादन शुरू होने के साथ ही देश यूरिया के मामले में आत्मनिर्भर बन जाएगा।

By Edited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 11:18 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 12:46 PM (IST)
HURL Sindri: खाद कारखाना में मार्च 2022 से शुरू हो जाएगा उत्पादन, देश में यूरिया का संकट होगा दूर
सिंदरी में निर्माणाधीन खाद कारखाना ( फोटो जागरण)।

बरमेश्वर, सिदरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी उर्वरक परियोजना ¨हदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के ¨सदरी उर्वरक संयंत्र में यूरिया का उत्पादन मार्च 2022 के अंतिम सप्ताह में शुरू हो जाएगा। हर्ल उर्वरक संयंत्र का 92.5 फीसदी निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। हर्ल ¨सदरी के ग्रुप जेनरल मैनेजर कामेश्वर झा ने बताया कि दिसंबर के दूसरे सप्ताह में हीट रिकवरी स्टीम जेनरेटर को लाइट¨नग (प्रज्जवलित) किया जाएगा। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में विभिन्न पाइप लाइनों में स्टीम प्रवाहित किया जाएगा। इसके साथ ही उर्वरक संयंत्र के कमीश¨नग का कार्य प्रारंभ हो जाएगा।

कामेश्वर झा ने कहा कि मार्च महीने तक यूरिया बै¨गग प्लांट का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। बताया कि अमोनिया प्लांट का निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है। हीट रिकवरी स्टीम जेनरेटर के प्रज्ज्वलित होते ही उर्वरक संयंत्र की कमीश¨नग एग्जीक्वीटिविंग शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि ¨सदरी हर्ल उर्वरक संयंत्र में एक हजार स्थानीय लोगों को प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा। ¨सदरी के हर्ल उर्वरक संयंत्र से प्रतिदिन 2250 मीट्रिक टन अमोनिया और 3850 टन यूरिया का उत्पादन होगा। यूरिया नीम कोटेड होगा, जो खेती के लिए सर्वोत्तम यूरिया माना जाता है। निजी क्षेत्र की कंपनी हर्ल ¨सदरी, बरौनी और गोरखपुर उर्वरक संयंत्र का निर्माण कर रहा है। ¨सदरी और बरौनी उर्वरक संयंत्र का निर्माण फ्रांस की कंपनी टेक्निप कर रहा है। लार्सन एंड टूब्रो इसकी सहयोगी कंपनी है। जबकि गोरखपुर उर्वरक संयंत्र का निर्माण जापान की कंपनी टोयो इंजीनिय¨रग कर रही है। हर्ल के गोरखपुर उर्वरक संयंत्र का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात दिसंबर को हर्ल के गोरखपुर उर्वरक संयंत्र को राष्ट्र के समर्पित करेंगे। हर्ल के प्रबंध निदेशक एके गुप्ता ने कहा है कि हर्ल के ¨सदरी, बरौनी और गोरखपुर उर्वरक संयंत्र में उत्पादन शुरू होने के साथ ही देश यूरिया के मामले में आत्मनिर्भर बन जाएगा।

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