Govindpur Sahibganj Road के किनारे बनेगा औद्योगिक कारिडोर, जमीन चिह्नित करने की कवायद शुरू
धनबाद के गोविंदपुर से साहेबगंज को जोड़ने वाली यह सड़क 311 किलोमीटर लंबी है। धनबाद कोयला उत्पादन का हब है जबकि साहेबगंज में राज्य का एकमात्र बंदरगाह दो वर्ष पहले शुरू हुआ है। ऐसे में इस हाईवे और इसके आस-पास के इलाकों में औद्योगिक विकास की पर्याप्त संभावनाएं हैं।
जागरण संवाददाता, धनबाद। झारखंड के साथ साथ कोयलांचल इलाके में उद्यमियों को उद्याेग लगाने के लिए सरकार ने कई औद्योगिक योजनों ओ मूर्त रूप देने में लगी है। इसी क्रम में धनबाद के गोविंदपुर में 500 एकड़ में औद्योगिक कारीडोर स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए सरकार ने उपायुक्त को पत्र लिख कर गोविंदपुर-साहेबगंज हाइवे के साथ लगनेवाले इलाकों में 500 एकड़ जमीन चिन्हित करने का आदेश दिया है। इसके साथ ही उद्योग और विभाग राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिवों को यहां उद्योग की संभावनाओं, जमीन की उपलब्धता अन्य संसाधनों का आकलन-अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है।
धनबाद के गोविंदपुर से साहेबगंज को जोड़ने वाली यह सड़क 311 किलोमीटर लंबी है। धनबाद कोयला उत्पादन का हब है, जबकि साहेबगंज में राज्य का एकमात्र बंदरगाह दो वर्ष पहले शुरू हुआ है। ऐसे में इस हाईवे और इसके आस-पास के इलाकों में औद्योगिक विकास की पर्याप्त संभावनाएं हैं। उद्योगों के लिए रॉ मैटेरियल से लेकर तैयार प्रोडक्ट के परिवहन की दृष्टि से भी यह हाईवे अत्यंत अहम साबित होगा। इन्हीें संभावनों के मद्देनजर दो लेनवाली इस सड़क को चार लेने करने की कवायद भी शुरू कर दी गई है। इस प्रोजेक्ट के जल्द शुरू हो जाने की उम्मीद है। इसके साथ ही सड़क के 50 किलोमीटर के दायरे में इंडस्ट्रियल-इकोनॉमिक कारिडोर बनाने की योजना है। इसके धरातल पर उतरने से 50 हजार से ज्यादा लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित किये जा सकते हैं।
इस आशय का निर्णय हाल ही में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में रांची में हुई बैठक में लिया गया था। जिसमें राज्य में औद्योगिक परिदृष्य को बड़ा आकार देने की चर्चा हुई थी। इसके अलावा लोगों को रोजगार देने की संभावना की चर्चा के दौरान इन इलाकों में उद्योगों को लगाने का प्रस्ताव भी लाया गया। जिसे मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दे दी। उद्योगों का विस्तारीकरण संथान परगना प्रमंडल में भी किया जाना है। इसके लिए अधिकारियों को रैयतों की जमीन के अधिग्रहण के एवज में दिये जाने वाले मुआवजे सुविधाओं आदि का भी आकलन करने के कहा गया है। दिए गए प्रस्ताव के अनुसार, गोविंदपुर साहेबगंज रोड को औद्योगिक गलियारा के रूप में विकसित करने के क्रम में जुड़ी कई स्पर रोड का भी निर्माण किया जायेगा। ताकि, इस सड़क के आसपास स्थापित होने वाले औद्योगिक इकाइयों को मुख्य सड़क से जुड़ने का मार्ग मिल सके। उद्योग लगाने की इच्छुक कंपनियों को इकाइयां स्थापित करने के लिए जमीन उपलब्ध करायी जायेंगी। यह सड़क आगे चलकर साहेबगंज में बन रहे गंगा ब्रिज से भी जुड़ेगी, जहां से बिहार व नार्थ इस्ट जाना आसान होगा।