8th Board Exam: गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों के छात्रों को लेकर जिच बरकरार, डीईओ ऑफिस का दरवाजा जाम कर बैठे संचालक
एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि नई नियमावली के विरोध में हम लोग हाई कोर्ट में केस किए हुए हैं। उस केस में हम लोगों को स्टे आर्डर मिला हुआ है। जब तक कोर्ट से कोई निर्णय नहीं आ जाता है तब तक हम उनकी शर्तो को नहीं मान सकते हैं।
धनबाद, जेएनएन। जिला शिक्षा पदाधिकारी धनबाद ने गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों से शपथ पत्र क्या मांगा कि प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के सदस्य बुधवार को उनके कार्यालय के सामने ही धरना पर बैठ गए। जब जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रबला खेस अपने कार्यालय पहुंचीं तो स्कूल प्रबंधकों ने नारा लगाना शुरू कर दिया। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के महासचिव प्रवीण दूबे ने बताया कि कक्षा आठवीं के बोर्ड परीक्षा में डीईओ शामिल नहीं करने की जिद पर अड़ी हुई हैं। दो दिन इस मुद्दे पर एसोसिएशन के साथ वार्ता भी हुई। डीईओ ने आरटीई संशोधित नियमावली 2019 के तहत फिर स्कूलों को मान्यता के लिए आवेदन देने की बात कही है या फिर शपथ पत्र मांगा है। तभी वह कक्षा आठवीं बोर्ड में बच्चों को शामिल करने की अनुमति देंगी।
दूबे ने कहा कि एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि नई नियमावली के विरोध में हम लोग हाई कोर्ट में केस किए हुए हैं। उस केस में हम लोगों को स्टे आर्डर मिला हुआ है। जब तक कोर्ट से कोई निर्णय नहीं आ जाता है तब तक हम उनकी शर्तो को नहीं मान सकते हैं। आज से डीईओ कार्यालय मिश्रित भवन में धरना शुरू हुआ है। यह धरना तब तक चलेगा जब तक कक्षा आठ के बोर्ड परीक्षा में बच्चों को बैठने की अनुमति नहीं मिल जाती है। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन झारखंड द्वारा यह अनिश्चितकालीन धरना का कार्यक्रम है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रबला खेस ने कहा कि विभाग नियमों से बंधा हुआ। बच्चों का भविष्य खराब न हो इसके लिए विभाग ने स्कूलों को काफी हद तक रियायत भी दे रहा है। बावजूद इसके गैर मान्यता प्राप्त स्कूल नियम संगत बातें नहीं कर बच्चों के साथ खिलवाड़ करने पर आमदा है।