Deoghar Airport: एयरपोर्ट में बारिश का अड़ंगा, अक्टूबर से पहले नहीं हो सकेगा तैयार
देवघर में कामर्शियल जहाज के उड़ान भरने के लिए डायरेक्टर जनरल आफ सिविल एवियेंस दिल्ली से लाइसेंस लेने की प्रक्रिया भी प्रगति पर है। 2500 मीटर लंबे रनवे पर एज लाइट लगाने का काम अंतिम चरण में है। यह रात और खराब मौसम में रनवे का रास्ता बताती है।
आरसी सिन्हा, देवघर। शिव नगरी देवघर। बाबाधाम के कारण विश्व मानचित्र में देवघर का विशेष महत्व है। शिव के इस नगर को एयरपोर्ट से जोडऩे की तैयारी अंतिम चरण में है। मगर बहुप्रतीक्षित एयरपोर्ट के तय समय में तैयार होने में बारिश ने व्यवधान डाला है। एयरपोर्ट अथारिटी ने सिविल वर्क पूरा करने की अंतिम समय सीमा 31 अगस्त तय की थी, मगर अब अक्टूबर तक काम पूरा होने की उम्मीद है।
दरअसल, 12 अगस्त को कैलिब्रेशन फ्लाइट से रनवे की टेस्टिंग नागर विमान पत्तनम प्राधिकार के चार अधिकारियों की टीम ने कर ली है। यहां से कामर्शियल जहाज के उड़ान भरने के लिए डायरेक्टर जनरल आफ सिविल एवियेंस दिल्ली से लाइसेंस लेने की प्रक्रिया भी प्रगति पर है। 2500 मीटर लंबे रनवे पर एज लाइट लगाने का काम अंतिम चरण में है। यह लाइट जहाज को रात और खराब मौसम में रनवे का रास्ता बताती है। टॢमनल बिल्डिंग, एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) का सिविल वर्क लगभग पूरा होने को है। दो सितंबर को उपकरण लग जाएंगे। युद्ध्स्तर पर काम होने के बाद भी बारिश ने पानी फेर दिया है। लिहाज अक्टूबर से पहले सिविल वर्क पूरा होने की संभावना ना के बराबर है। इधर केंद्रीय केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय से इंडिगो, स्पाइस जेट एवं एयर एशिया की बातचीत चल रही है। यहां से कोलकाता, पटना, रांची, दिल्ली, बेंगलुरु की यात्री उड़ान भर सकेंगे। इस रनवे से 180 यात्रियों वाला विमान आराम से उड़ान भर सकता है। शुरूआत में घरेलू विमान सेवा शुरू होगी।
बाबा दरबार की राह होगी आसान
एयरपोर्ट से उड़ान शुरू होते ही देवघर का जुड़ाव देश व विदेश से हो जाएगा। दिल्ली, कोलकाता के बीच सीधी सेवा शुरू होने से विदेश से भी लिंक होगा। पहले दूर दराज के लोग समय के अभाव में बाबा दर्शन के लिए नहीं आ पाते थे। ट्रेन से लिंक नहीं मिलने की वजह से समय प्रबंधन नहीं हो पाता था। ऐसे भक्त दिल्ली से देवघर आकर बाबा का दर्शन कर शाम तक वापस भी लौट सकेंगे।
सफल लैंडिंग के बाद बाबा बैद्यनाथ की चौखट पर गए थे अधिकारी
रनवे टेस्टिंग के लिए एयरपोर्ट आथारिटी आफ इंडिया के अधिकारियों की चार सदस्यीय टीम ने रांची से यह उड़ान भरी। नव निॢमत एयरपोर्ट पर सफल लैंडिंग हुई। यहां से उड़ान भी भरी गई। कैप्टन स्तर के चारों अधिकारी परीक्षण के बाद बाबा बैद्यनाथ की चौखट पर गए। वहां बाहर से ही पंचशूल का दर्शन किया।
एप्रोच रोड के लिए पत्राचार
मुख्य सड़क से एयरपोर्ट तक आने के लिए एप्रोच रोड नहीं बनी है। तकरीबन चार सौ मीटर की एप्रोच रोड में 140 मीटर जमीन रैयत की है। इसका अधिग्रहण राज्य सरकार को करना है। एयरपोर्ट अथारिटी की ओर से इस मामले में लगातार पत्राचार किया जा रहा है। ताकि जल्द सड़क भी तैयार हो सके।
एयरपोर्ट का सिविल वर्क 90 फीसद पूरा हो गया है। टॢमनल से लेकर एटीसी का काम अंतिम चरण में है। दो सितंबर को एटीसी में उपकरण लगाना शुरू होगा। बारिश के कारण काम पूरा नहीं हो पाया है। पूरी संभावना है कि अक्टूबर तक सिविल वर्क पूरा हो जाएगा। इसके आगे एयरपोर्ट आथारिटी आफ इंडिया तय करेगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय की स्पाइस जेट, इंडिगो और एयर एशिया से बात चल रही है।
-किशन कुमार दास, प्रोजेक्ट इंचार्ज, देवघर एयरपोर्ट