IIT (ISM) में छात्रों को प्रमोट करने की तैयारी, सीनेट की बैठक में अगले सेमेस्टर का शैक्षणिक कैलेंडर होगा जारी Dhanbad News

सूत्रों के मुताबिक स्कोर शीट में मौजूदा समस्या यानी कोरोना वायरस और लॉकडाउन का जिक्र किया जाएगा। अगर किसी छात्र को अंकों के संबंध में कोई समस्या होगी तो वह आवेदन कर सकेगा।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Mon, 25 May 2020 03:23 PM (IST) Updated:Mon, 25 May 2020 03:28 PM (IST)
IIT (ISM) में छात्रों को प्रमोट करने की तैयारी, सीनेट की बैठक में अगले सेमेस्टर का शैक्षणिक कैलेंडर होगा जारी Dhanbad News
IIT (ISM) में छात्रों को प्रमोट करने की तैयारी, सीनेट की बैठक में अगले सेमेस्टर का शैक्षणिक कैलेंडर होगा जारी Dhanbad News

धनबाद, [शशि भूषण]। कोरोना वायरस से बचाव को लेकर लागू लॉकडाउन एक जून से खत्म हो तक जाएगा या उसके बाद भी यह जारी रहेंगे। इनपर आइआइटी आइएसएम के छात्रों का भविष्य निर्भर है। लॉकडाउन बढ़ने की स्थिति में मिड सेमेस्टर के छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट करने पर विचार किया जा रहा है। यदि बैठक में निर्णय पर मुहर लग जाती है तो आइआइटी आइएसएम के छात्र सेमेस्टर परीक्षा दिए बिना ही पास हो सकते हैं।

छात्रों को उनके मिड सेमेस्टर, प्रोजेक्ट वर्क, ऑनलाइन टेस्ट को आधार बनाकर ग्रेड दिया जा सकता है। वहीं सीनेट की होने वाली बैठक में अगले समेस्टर का शैक्षणिक कैलेंडर भी जारी किया जाएगा। सीनेट की बैठक की तिथि तय नहीं की गई पर इसकी तैयारी हो चुकी है। बस तारीख का इंतजार हो रहा है। बैठक में आइएसएम प्रबंधन इस प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय कर सकता है।

लॉकडाउन में बंद है शैक्षणिक कार्य : कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन को देखते हुए अन्य संस्थानों की तरह आइआइटी आइएसएम में भी शैक्षणिक कार्य बंद हैं। ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है। लॉकडाउन से पहले ज्यादातर संकायों में दो हफ्ते का कोर्स बचा था जिसे करीब-करीब सभी विभागों ने पूरा करा लिया है। ऑनलाइन परीक्षा, क्विज व अन्य टेस्ट हो चुके हैं। केवल लैब और प्रोजेक्ट कार्य बाकी है। ऐसे में एंड सेमेस्टर की शुरूआत कब होगी। परीक्षा किस तरह से कराई जाएगी, छात्रों को कब और कैसे बुलाया जाए आदि मुद्दों पर सीनेट की बैठक में तय किया जाएगी। सीनेट की बैठक में चेयरमैन, निदेशक सहित विभागाध्यक्ष और अन्य फैकल्टी सदस्य भी मौजूद होंगे।  

फेल न करने का प्रस्ताव : मौजूदा हालात देखते हुए छात्रों को फेल न करने का प्रस्ताव भी सीनेट की बैठक में रखा जा सकता है। छात्रों को ए, बी, सी और एस ग्रेड देने पर भी विचार किया जा सकता है। एस ग्रेड संतोषजनक होता है। सूत्रों की माने तो फेल होने का मतलब एक्स ग्रेड देना होता है, लेकिन इस बार इस ग्रेड को नहीं देने की योजना है। ऐसा निर्णय लिया जा रहा है कि छात्रों को 31 मई से पहले अब तक के स्कोर दिखा दिए जाएंगे। जबकि फाइनल सेमेस्टर की ग्रेडिंग जून में सार्वजनिक की जा सकती है।

स्कोर शीट में लिखी होगी पॉलिसी : सूत्रों के मुताबिक, इस बार छात्रों को मिलने वाली स्कोर शीट में मौजूदा समस्या यानी कोरोना वायरस और लॉकडाउन का जिक्र किया जाएगा। अगर किसी छात्र को अंकों के संबंध में कोई समस्या है तो वह आवेदन कर सकेगा।

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