अहंकार करनेवालों का होता नाश : स्वामी अमृत प्रकाश
गोविदपुर : श्री सिद्ध हनुमान मंदिर में मानस प्रवचन करते हुए हरिद्वार से आए स्वामी अमृत प्रकाश जी महा
गोविदपुर : श्री सिद्ध हनुमान मंदिर में मानस प्रवचन करते हुए हरिद्वार से आए स्वामी अमृत प्रकाश जी महाराज ने कहा कि बच्चों की पहली पाठशाला मां और परिवार है। मां जिस तरह संस्कार अपने संतान को देती है उसी तरह बच्चे जीवन में आगे बढ़ते हैं। माता-पिता के गुण बच्चों में अवश्य आते हैं। आज के दौर में हमें अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देने की आवश्यकता है। जब दुनिया में अधर्म होता है तब धर्म की रक्षा के लिए भगवान अवतार लेते हैं। भक्तों की पुकार भगवान अवश्य सुनते हैं। उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं। कुशल संस्कारी माता गर्भ से भगवान पैदा होते हैं। मनुष्य को अहंकार कभी नहीं करना चाहिए। अहंकार करने वालों का नाश होता है। मधुर वाणी बोले, झूठ से बचें, अपना कर्तव्य करना ही धर्म है। कर्तव्य करने से ही ईश्वर की प्राप्ति होती है। कथा के दूसरे दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। स्वामी आत्मप्रकाश रामायण भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष शंभू नाथ अग्रवाल, मुख्य यजमान रामबाबू अग्रवाल, जवाहर प्रसाद गुप्ता, राजकुमार तायल, नंदलाल अग्रवाल, बलराम अग्रवाल, बजरंग अग्रवाल, पवन अग्रवाल आदि ने अतिथियों का स्वागत किया।