Lala Murder Case: लाला खान हत्याकांड ना कोई कहानी, ना क्लाइमेक्स बगैर इंटरवेल के मर्डर में गया जेल
ना कोई कहानी ना क्लाइमैक्स ना ही इंटरवेल फिर भी चला गया एक जेल। हिंदी फिल्मों की तरह लाला हत्या की मर्डर मिस्ट्री भी पुलिस कुछ इसी तरह लिख रही है। जमीन कारोबारी लाला खान की हत्या में जिस पूनम पासवान को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
धनबाद, जेएनएन: ना कोई कहानी ना क्लाइमैक्स ना ही इंटरवेल फिर भी चला गया एक जेल। हिंदी फिल्मों की तरह लाला हत्या की मर्डर मिस्ट्री भी पुलिस कुछ इसी तरह लिख रही है। जमीन कारोबारी लाला खान की हत्या में जिस पूनम पासवान को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
हत्याकांड में उसकी संलिप्तता कैसे और कहां तक थी यह बात पुलिस अब तक स्पष्ट नहीं कर पाई है। पूनम पासवान अपराधी चरित्र का है यह तो पुलिस जान चुकी है लेकिन लाला खान की हत्या में उसका क्या रोल था। यह बाद पुलिस अब तक नहीं जान पाई है। पूनम पासवान ने जिस मामले का खुलासा पुलिस के पास किया है, उस मामले में पुलिस अपनी सफलता भी नहीं गिना सकती है।
दरअसल वह उस मामले की प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई थी तो सफलता कैसे गिना सकती है। पूनम पासवान से यह बात तो पुलिस को पता चल गया है कि लोयाबाद मैं ट्रांसपोर्टर को धमकाने वाला कौन था। क्यों धमकाया गया था। इसके पीछे उसके अलावा कौन-कौन लोग शामिल थे। सब कुछ जानते हुए भी पुलिस अनजान बनी है। क्योंकि पुलिस एफआईआर ना करने की गलती पहले ही कर चुकी है।
ऐसे में जिस मामले का कोई प्राथमिकी ही नहीं,उसमें सफलता किस बात की। गिरफ्तार पूनम पासवान भी अपने घर में शायद इसलिए निश्चिंत था कि जिसकी कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है। पुलिस उसमें भले क्यों खोजेगी। लेकिन लाला खान में जब पुलिस ने संदेह के आधार पर पूनम पासवान को गिरफ्तार किया तो खुद बा खुद पुरानी कहानी सामने आ गई। पूनम पासवान को पुलिस हत्याकांड का एक कड़ी मानते हुए उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज रही है।