Dhanbad: कनेक्टिंग ब्रिज ने बचाई अपार्टमेंट के दर्जनों लोगों की जान 6 मंजिला अपार्टमेंट में अग्निशमन यंत्र कि नहीं थी कोई व्यवस्था
बैंक मोड़ स्थित कृष्णा प्लाजा अपार्टमेंट की कनेक्टिंग ब्रिज ने दर्जनों लोगों की जान बचाई। 6 मंजिला यह अपार्टमेंट दो भागों में बटा हुआ है। आगजनी की घटना सड़क के सामने वाला अपार्टमेंट में घटी। इसके पीछे में 6 मंजिला और अपार्टमेंट कृष्णा प्लाजा का ही हिस्सा है।
मोहन गोप, धनबाद: बैंक मोड़ स्थित कृष्णा प्लाजा अपार्टमेंट की कनेक्टिंग ब्रिज ने दर्जनों लोगों की जान बचाई। 6 मंजिला यह अपार्टमेंट दो भागों में बटा हुआ है। आगजनी की घटना सड़क के सामने वाला अपार्टमेंट में घटी। इसके पीछे में 6 मंजिला और अपार्टमेंट कृष्णा प्लाजा का ही हिस्सा है। इस दो अपार्टमेंट के बीच 6 मंजिला इमारत के ऊपर कनेक्टिंग ब्रिज (संपर्क पुल) है। कनेक्टिंग ब्रिज के सहारे लोग एक अपार्टमेंट से भाग भाग कर दूसरे अपार्टमेंट में जाते रहे। वही कुछ लोगों को खिड़की तोड़कर रेस्क्यू की टीम ने रस्सी के सहारे बाहर निकाला। अपार्टमेंट में रहने वाले अधिकांश लोग पुल के सहारे भाग कर दूसरे अपार्टमेंट में अपनी जान बचाई। अपार्टमेंट में गुजराती समुदाय और मारवाड़ी समुदाय के सबसे ज्यादा लोग हैं।
6 मंजिला अपार्टमेंट में अग्निशमन यंत्र नहीं
कृष्णा अपार्टमेंट लगभग 15 वर्ष से ज्यादा पुराना है। लेकिन स्थानीय लोगों की मानें तो अपार्टमेंट में आग बुझाने के लिए कोई भी साधन नहीं थे। इतने बड़े अपार्टमेंट में लगभग 50 से ज्यादा लोग रहते हैं। लेकिन अग्निशमन यंत्र किसी भी अपार्टमेंट के कोने में नहीं मिला। यही कारण है कि अग्निशमन यंत्र नहीं होने के कारण स्थानीय स्तर पर भी आग बुझाने की कोशिश नहीं हो पाई। यहां रहने वाले लोगों का कहना है बिल्डर की ओर से अपार्टमेंट बनाकर दे दिया गया, लेकिन अग्निशमन यंत्र के लिए कोई व्यवस्था अब तक नहीं की गई। यही वजह है यह आग बढ़ती रही।
रात में होती घटना तो, हो सकता था बड़ा हादसा
अपार्टमेंट के अगलगी की घटना दिन में हुई है। समय रहते किसी तरह लोगों से अपार्टमेंट को खाली कराया गया है। लेकिन यही अगलगी की घटना यदि रात में होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। क्योंकि अपार्टमेंट्स उतरने वाले लिफ्ट से ही जहरीला धुआं सभी कमरों तक पहुंचा रहा। रात में उतरने के लिए भी लोगों के पास कोई अलग से साधन नहीं थे। लिप्स निकलने वाला जहरीला थोड़ा सीढी वाले फ्लोर में भी चारों ओर भर गया था।
अग्निशमन विभाग और बीसीसीएल के पास भी नहीं है फायर जैकेट
अगलगी की घटना के बाद एक बात और खुलकर सामने आई कि अग्निशमन विभाग और बीसीसीएल के पास फायर जैकेट नहीं है। जबकि बीसीसीएल के इलाके में अधिकांश जगहों पर आए दिन अगलगी की घटना होती रहती है। लेकिन इतनी बड़ी सरकारी उपक्रम के पास फायर जैकेट का नहीं होना सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। रेस्क्यू की 3 यहां पहुंची लेकिन स्थिति को देखते हुए यह टीम लौट गई। टीम के सदस्यों ने खुद कहा कि उनके पास आग और तापमान से बचने के लिए फायर जैकेट नहीं है। ऐसे में वह क्यों नहीं कर सकते हैं। रही बात अग्निशमन विभाग की उनके पास हाइड्रोलिक सीढी तक नहीं थी। किसी तरीके से लोगों की जान बचाई जा सकी।