धनबाद के रहमतगंज में 4 वर्षों से नहीं हो रही है जलापूर्ति, मांगा जा रहा है बकाया बिल

धनबाद के रहमतगंज में 4 वर्षों से नहीं हो रही है पेयजल आपूर्ति। पेयजल विभाग का काम जलापूर्ति करना है नगर निगम इसकी मॉनिटरिंग करता है पानी समेत अन्य तमाम सुविधाएं देने के एवज में नगर निगम टैक्स भी लेता है। निगम के कई इलाके पानी नहीं मिल रहा है

By Atul SinghEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 11:57 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 12:02 PM (IST)
धनबाद के रहमतगंज में 4 वर्षों से नहीं हो रही है जलापूर्ति, मांगा जा रहा है बकाया बिल
नगर निगम के कई ऐसे इलाके जहां होती है जलापूर्ति। (जागरण)

जागरण संवाददाता, धनबाद : शहरी क्षेत्र में लोगों को शुद्ध और नियमित पेयजल आपूर्ति का जिम्मा पेयजल विभाग और नगर निगम दोनों का है। पेयजल विभाग का काम जलापूर्ति करना है नगर निगम इसकी मानिटरिंग करता है। पानी समेत अन्य तमाम सुविधाएं देने के एवज में नगर निगम टैक्स भी लेता है। इसके बाद भी निगम के कई ऐसे इलाके हैं, जहां लोगों को पानी नहीं मिल रहा है।

ऐसा ही एक मामला वार्ड नंबर 18 पांडरपाला रहमतगंज का है। यहां पिछले चार वर्षों से पीने का सप्लाई पानी नहीं पहुंच पाया है। इसकी लिखित शिकायत उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता इजहार अहमद बिहारी ने की है। नगर आयुक्त को दिए पत्र में रहमत ने लिखा है कि रहमतगंज में पिछले चार वर्षों से पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है। इसको लेकर स्वयं नगर आयुक्त से मिलकर आग्रह कर चुके हैं। यहां तक कह दिया कि आम जनता को पानी नहीं मिल रहा है और अगर मिल रहा है तो बकाया बिल ले लिया जाए। चार वर्षों से सप्लाई नहीं हो रहा तो बकाया बिल माफ किया जाए। इतना ही नहीं लोगों को रही असुविधा को देखते हुए जलापूर्ति सुचारू रूप से बहाल हो। इजहार ने बताया कि जब नगर आयुक्त से मिले थे, उस समय उन्होंने आश्वस्त किया था कि दो दिन के अंदर जांच कर उचित कार्यवाही हो जाएगी। आज लगभग एक माह बीत चुका है। इस मामले में अभी तक संज्ञान नहीं लिया गया।

आम जनता की परेशानी को देखते हुए उचित निर्णय लेते हुए जलापूर्ति बहाल की जाए। नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार का कहना है कि पेजयल विभाग अपने 19 जलमीनार से शहरी क्षेत्र को जलापूर्ति करता है। इसमें पालीटेक्निक जलमीनार से पांडरपाला के इलाकों में जलापूर्ति की जाती है। रहमतगंज इलाके में किस वजह से जलापूर्ति नहीं हो पा रही है, इसकी जांच की जा रही है। जल्द ही जलापूर्ति शुरू हो जाएगी।

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