कोरोना काल में सरसो के तेल का भाव पहुंचा सांतवे आसमान पर; ब‍िगड़ा घर का बजट Dhanbad News

यह बात सही है कि इन दिनों धनबाद में पोस्टमैन का तेवर चढ़ा हुआ है। जबकि यहां हाथी पहाड़ पर चढ़ी हुई है सलोनी शर्म कर रही है। यहां बात खाद्य तेल की हो रही है। तेल का दाम लगातार बढ़ रहा है।

By Atul SinghEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 10:59 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 04:53 PM (IST)
कोरोना काल में सरसो के तेल का भाव पहुंचा सांतवे आसमान पर; ब‍िगड़ा घर का बजट Dhanbad News
यह बात सही है कि इन दिनों धनबाद में पोस्टमैन का तेवर चढ़ा हुआ है। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

धनबाद, जेएनएन : यह बात सही है कि इन दिनों धनबाद में पोस्टमैन का तेवर चढ़ा हुआ है। जबकि यहां हाथी पहाड़ पर चढ़ी हुई है सलोनी शर्म कर रही है। यहां बात खाद्य तेल की हो रही है। पोस्टमैन ब्रांड के सरसों तेल की कीमत धनबाद के बाजार में सबसे अधिक यानी 170 रुपये प्रति लीटर है, जबकि हाथी ब्रांड 169 और सबसे कम कीमत सलोनी ब्रांड की है। यानी अन्य के मुकाबले सबसे कम यानी 162 रुपये प्रति लीटर की दर पर बिक रही है। फार्चुन की कीमत 163 रुपये प्रति लीटर है। अन्य खाद्य तेलों की बात करें तो इनकी कीमतें भी बढ़ी हुई हैं। 


15 से 25 रुपये का इजाफा : धनबाद के बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में लगातार बढ़त देखी जा रही है। बीते तीन माह में इनकी कीमतों में 15 से 25 रुपये का इजाफा हुआ है। स्थति यह है कि अब खाद्य तेलों ने घर का बजट बिगाड़ना शुरू कर दिया है। तेल के कारोबार से जुड़े कृषि बाजार के थोक व्यापारी विनोद गुप्ता ने बताया कि लगातार कीमतें बढ़ने से खपत में थोड़ी कमी जरुर आयी है। उन्होंने कहा कि बड़ी कंपनियां व्यापक पैमाने पर सरसों की खरीदारी कर रही हैं। इससे नीचे के बाजार में सरसों की कमी है। मांग अधिक होने और आपूर्ति कम होने के कारण दरों में इजाफा हो रहा है।

निर्धारित मूल्य से दोगुना कीमत पर बिक रही सरसों : सरसों बाजार की बात करें तो सरकार की ओर से सरसों का मूल्य 4500 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित है। जबकि उत्पादक किसान इसे खुले बाजार में 7200 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर बेच रहे हैं। खाद्य तेलों की कीमतें बढ़ने का सबसे बड़ा कारण यह भी माना जा रहा है।

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