कुमारधुबी स्टेशन पर ड्यूटी पर तैनात रेलकर्मियों की मनमानी के विरोध में यात्रियों ने किया हंगामा, आरपीएफ ने कराया शांत Dhanbad News
बरेली पैसेंजर पकड़ने के लिए दर्जनों यात्री टिकट लेने के लिए टिकट काउंटर पर लाईन में खड़े थे। सात बजे तक काउंटर की खिड़की नहीं खुलने के कारण यात्री परेशान होने लगे और हो हंगामा करने लगे। आरपीएफ ने पहुंचकर यात्रियों को शांत कराया।
जागरण संवाददाता, चिरकुंडा। कुमारधुबी स्टेशन पर गुरूवार की सुबह आसनसोल बरेली पैसेंजर के समय में टिकट नहीं मिलने से नाराज यात्रियों ने काफी हो हंगामा मचाया। बाद में काउंटर कर्मी के आने और जीआरपी व आरपीएफ की उपस्थिती के बाद सभी यात्री को टिकट मिलने पर मामला शांत हुआ। सभी यात्रियों को टिकट मिलने के कुमारधुबी स्टेशन से बरेली पैसेंजर खुली। इस कारण बरेली पैसेंजर नौ मिनट तक 7:16 से 7:25 तक कुमारधुबी स्टेशन पर खड़ी रही।
जानकारी के अनुसार बरेली पैसेंजर पकड़ने के लिए दर्जनों यात्री टिकट लेने के लिए टिकट काउंटर पर लाईन में खड़े थे। सात बजे तक काउंटर की खिड़की नहीं खुलने के कारण यात्री परेशान होने लगे और हो हंगामा मचाने लगे। हो हंगामा सुन जीआरपी व आरपीएफ आ पहुंची । सात बजे के बाद टिकट काउंटर कर्मी कृष्णा कुमार पहुंचे। जबकी उनको सुबह छह बजे आना था। एनाउंसमेंट कराया गया कि सभी यात्री को टिकट मिलने के बाद ही ट्रेन यहां से खुलेगी। कर्मी कृष्णा कुमार का कहना है कि उनकी स्कूटी खराब हो गई थी जिस कारण आने मे बिलंब हुआ। वहीं पूर्व से ड्युटी पर मौजूद जितेंद्र सिह का कहना है कि यात्री हो हल्ला करने लगे।। सिस्टम नहीं चलने के कारण हम काउंटर में ताला बंद कर चले गए।
वहीं स्टेशन प्रबंधक मनोज कुमार का कहना है कि उनको सुबह 6:30मे पता चला कि काउंटर बंद है। ड्यूटी मे तैनात जितेन्द्र सिंह नहीं है। हालांकि उनकी ड्यूटी सुबह छह बजे तक थी। लेकिन नियम है कि जबतक रिलिवर नहीं आता तब तक काउंटर नही छोड सकते हैं। कृष्णा कुमार ड्यूटी पर समय से क्यो नही आए इसपर विभागीय स्तर पर जांच होगी। काउंटर के सुपरवाइजर मनोज कुमार से पुछा जाएगा कि जितेन्द्र सिह द्वारा पूर्व में भी ऐसी हरकत की गई है। इस बिषय पर भी जांच पड़ताल होगी। रेल मंडल अधिकारी को इस संबध मे अवगत कराया गया है विभागीय अधिकारी तीनों से पूछताछ करेगे। वहीं यात्रियो के माध्यम से पता चला कि कुछ काउंटर कर्मी ऐसे भी हैं जो बुकिंग काउंटर बंद कर बाहर में बैठे किसी व्यक्ति को चाभी देकर चले जाते हैं