जिंदगी का जंग हार गईं पारा शिक्षिका पूर्णिमा; रांची रिम्स में ली अंतिम सांस Dhanbad News
तोपचांची प्रखंड अंतर्गत नया प्राथमिक विद्यालय राजा बांध की पारा शिक्षिका पूर्णिमा कुमारी आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई। दो दिन पहले सीढ़ी से गिर गई थी। जिससे उनके सर पर चोट आई और वह अचेत हो गई। तत्काल उन्हें नजदीकी क्लीनिक में भर्ती किया गया।
जागरण संवाददाता, धनबाद : तोपचांची प्रखंड अंतर्गत नया प्राथमिक विद्यालय राजा बांध की पारा शिक्षिका पूर्णिमा कुमारी आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई। दो दिन पहले सीढ़ी से गिर गई थी। जिससे उनके सर पर चोट आई और वह अचेत हो गई। तत्काल उन्हें नजदीकी क्लीनिक में भर्ती किया गया। चिकित्सकों ने उनके हालत को देखकर उन्हें रेफर कर दिया जिसके बाद शिक्षिका को रिम्स अस्पताल रांची में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों ने तत्काल उनका ऑपरेशन किया। बावजूद इसके उनकी चेतना नहीं लौटी । जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करते-करते पूर्णिमा जिंदगी का जंग हार गई। मोत की खबर से पारा शिक्षकों में शोक की लहर दौड़ पड़ी ।
अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों शिक्षक, पारा शिक्षक उनके आवास पर उपस्थित हुए। इस दौरान पारा शिक्षकों ने सरकार के वादाखिलाफी के लिए रोष व्यक्त करते हुए नाराजगी जाहिर की। मौके पर पारा शिक्षक संघ के प्रखंड अध्यक्ष महेंद्र कुमार चौबे ने कहा कि सरकार पारा शिक्षकों पर ध्यान नहीं दे रही है। पारा शिक्षकों की स्थिति ठीक नहीं है। सरकार को चाहिए कि पारा शिक्षिका को वित्तीय सहयोग करें। शोक व्यक्त करने वालों में सचिव दिलीप महतो, जिला अध्यक्ष तुलसी राम महतो, रीता देवी, फूल देवी, रुकमणी देवी, पार्वती देवी, संजय महतो, महेश्वर महतो, प्रदीप महतो, ताराचंद महतो, परमेश्वर महतो, जागेश्वर प्रसाद महतो, दुर्गा प्रसाद महतो, नेपाल महतो, वंशी महतो, पूरन राम महतो, महेंद्र महतो, रूपलाल महतो, सुरेंद्र महतो, ललित राम तुरी, प्रेमचंद महतो, दिनेश कुमार दास, नंदलाल रविदास, और शिव प्रसाद महतो आदि शामिल हुए।