एसएनएमएमसीच में आक्सीजन प्लांट का पूरा हुआ ट्रायल, कल से मरीजों को आक्सीजन आपूर्ति

शहीद निर्मल महतो मेमोरियल कालेज एवं अस्पताल (एसएनएमएमसीएच) में आइसीयू के मरीजों को गैस सिलेंडर पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। अस्पताल में लगे दो आक्सीजन प्लांट को सोमवार को चालू कर दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 08:40 PM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 08:40 PM (IST)
एसएनएमएमसीच में आक्सीजन प्लांट का पूरा हुआ ट्रायल, कल से मरीजों को आक्सीजन आपूर्ति
एसएनएमएमसीच में आक्सीजन प्लांट का पूरा हुआ ट्रायल, कल से मरीजों को आक्सीजन आपूर्ति

धनबाद : शहीद निर्मल महतो मेमोरियल कालेज एवं अस्पताल (एसएनएमएमसीएच) में आइसीयू के मरीजों को गैस सिलेंडर पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। अस्पताल में लगे दो आक्सीजन प्लांट को सोमवार को चालू कर दिया गया। तकनीशियन की मानें, तो मशीन पूरी तरह से फिट हो चुकी है। तकनीकी खामियों को भी दूर कर लिया गया है। निरीक्षण करने गए डा. अरुण कुमार वर्णवाल ने बताया कि मंगलवार से आक्सीजन की आपूर्ति यहां पर शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए तमाम खामियों को दूर कर लिया गया है। आक्सीजन प्लांट को अस्पताल प्रबंधन ने संभाली कमान :

आक्सीजन प्लांट की देखरेख और संचालन का जिम्मा अस्पताल प्रबंधन ने अपने हाथ में ले लिया है। इसके लिए कर्मियों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। अब मंगलवार से आक्सीजन की आपूर्ति यहां शुरू करा दी जाएगी। यहां के आक्सीजन को सीधे अस्पताल के 144 बेड से जोड़ा गया है। अब अस्पताल में मरीजों को बेड तक आक्सीजन की आपूर्ति निर्बाध तरीके से हो पाएगी। सबसे ज्यादा राहत वैसे मरीजों को मिलेगी जो आइसीयू अथवा एचडीयू में है। आक्सीजन प्लांट के निरीक्षण करने के बाद अधीक्षक ने बताया कि आगे और अधिक बेड को आक्सीजन प्लांट से जुड़े जाएंगे। इसके लिए भी जगह-जगह काम किए जा रहे हैं। डीआरडीओ और पीएम केयर्स फंड से बनाए गए हैं आक्सीजन प्लांट :

मेडिकल कालेज में डीआरडीओ और पीएम केयर्स फंड की ओर से दो आक्सीजन प्लांट स्थापित किए गए हैं। कोरोना की दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी से मरीजों को जूझना पड़ा था। मेडिकल कालेज में एक आक्सीजन प्लांट हजार और दूसरा 600 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन आपूर्ति करने की क्षमता है। अब सामान्य सिलेंडर पर अस्पताल को निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। कई बार आक्सीजन सिलेंडर समय पर नहीं आने के कारण कई बार आपूर्ति बाधित हो जाती थी। आए दिन इसको को लेकर हो हंगामा होता था।

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