गायत्री शक्तिपीठ में कन्या पूजन, एनीमिया से बचाव की दी गई जानकारी

जासं झरिया दुर्गापूजा महाष्टमी के अवसर पर बुधवार को गायत्री शक्तिपीठ बस्ताकोला में कन्या प

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 06:02 PM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 06:02 PM (IST)
गायत्री शक्तिपीठ में कन्या पूजन, एनीमिया से बचाव की दी गई जानकारी
गायत्री शक्तिपीठ में कन्या पूजन, एनीमिया से बचाव की दी गई जानकारी

जासं, झरिया : दुर्गापूजा महाष्टमी के अवसर पर बुधवार को गायत्री शक्तिपीठ बस्ताकोला में कन्या पूजन के साथ स्वस्थ बेटी स्वस्थ राष्ट्र कार्यक्रम हुआ। 11 कन्याओं को भोजन कराकर उपहार दिए गए। सभी को चुनरी ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान बड़ी बच्चियों को एनीमिया बीमारी की जानकारी देकर सजग किया गया। हीमोग्लाबिन के स्तर में आनेवाली गिरावट व इससे बचाव की जानकारी दी गई। इस दौरान लोहे की कड़ाही, चना, गुड़, फ्रूटी का वितरण किया गया। मौके पर गायत्री परिवार के विभूति शरण सिंह, केएन सिंह, दिनेश प्रसाद, दीपक गुप्ता, मीरा देवी अग्रवाल, लक्ष्मण कनोडिया आदि थे।

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आर्य समाज ने महाअष्टमी को किया शस्त्र पूजन

संवाद सयहोगी, निरसा : आर्य समाज निरसा शाखा ने महाअष्टमी के दिन बैजना कोलियरी नीचे धौड़ा में शस्त्र पूजन का आयोजन किया। राजार्य सभा के प्रदेश अध्यक्ष हरहर आर्य ने शस्त्र पूजन किया। हरहर आर्य ने कहा कि बिना शस्त्र के शास्त्र और संस्कृति की सुरक्षा का कल्पना करना मुश्किल है। प्राचीन काल में भारतीय अस्त्र-शस्त्र व विद्या में निपुण थे। उन्होंने आध्यात्मिक-ज्ञान के साथ दुष्टों के दमन के लिए सभी अस्त्र-शस्त्रों की सृष्टि की थी। यह शक्ति व धर्म स्थापना में सहायक होती थी। प्राचीन काल में जो अस्त्र-शस्त्रों के प्रयोग में निपुण होता था समाज में उसकी सर्वाधिक प्रतिष्ठा होती थी।

उन्होंने कहा कि देश का वर्तमान परिवेश इस तरह का नहीं रहा कि केवल शास्त्र के अध्ययन से धर्म की रक्षा की जा सके। अब तो हमें अपने-अपने घरों में वैधानिक तरीके से शस्त्र भी रखना होगा, ताकि समय आने पर धर्म, संस्कृति व सत्य की रक्षा के लिए उठाया जा सके। मौके पर शंकर कुमार, कारू कुमार मौजूद थे।

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