कोरोना का असर: प्रशासन ने दिया आदेश- हस्तशिल्प मेला में एक बार में दो सौ लोग ही कर सकते खरीदारी

जिला परिषद मैदान में संचालित हस्तशिल्प मेला में अब एक बार में केवल दो सौ लोग ही खरीदारी कर सकते हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने यह आदेश दिया है। ऐसे में अब मेला आने वालों को थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Publish:Tue, 06 Apr 2021 11:41 AM (IST) Updated:Tue, 06 Apr 2021 11:41 AM (IST)
कोरोना का असर: प्रशासन ने दिया आदेश- हस्तशिल्प मेला में एक बार में दो सौ लोग ही कर सकते खरीदारी
बीते शनिवार को हस्‍तशिल्‍प मेला का निरीक्षण करते उपायुक्‍त।

जागरण संवाददाता, धनबाद: जिला परिषद मैदान में चल रहे हस्तशिल्प मेला में अब एक बार में केवल दो सौ लोग ही खरीदारी कर सकते हैं। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने मेला प्रबंधकों को यह आदेश दिया है। ऐसे में अब मेला आने वाले लोगों को खरीदारी के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। इधर मेला प्रबंधकों ने प्रशासन के इस आदेश को देखते हुए अपनी तैयारी कर ली है।

मेला आयोजक कैफी ने बताया कि मेला के अंदर एक बार में दो सौ लोगों को ही प्रवेश की अनुमति होगी। जैसे-जैसे लोग निकलते जाएंगे, वैसे-वैसे नए लोगों को प्रवेश करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेला के में आने वाले लोगों को मास्क पहनना और शरीरिक दूरी के नियमों को पालन करना अनिवार्य होगा।

मेला के मुख्य आकर्षण: हस्तशिल्प मेला में कई ऐसी चीजें देखने और खरीदने के लिए मिल जाएंगी, जो अमूमन धनबाद के बाजारों में उपलब्ध नहीं हैं। यहां ऋषिकेश की अष्टधातु की अंगूठी, क्रॉकरी, बनारसी सूट, साड़ी, गुजराती सूट, चादर, आसाम बांस के सामान, फर्नीचर, ड्राई फ्लावर, जूट बैग, कानपूर का लेदर, ब्लॉक प्रींट कुर्ती, कृत्रिम ज्वेलरी, राजस्थानी मोजड़ी, सिल्क साड़ी के अलावा विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रानिक्स सामान भी उपलब्ध हैं। घर के लिए आटा चक्की, बिना पानी से चलने वाला कूलर, डिजाइनर गैस चूल्हा भी यहां मिल जाएंगे। बच्चों के मनोरंजन के लिए वाटर गेम, मिक्की माउस, जमपिंग झूला आदि भी हैं। वहीं खाने-पीने के शौकीन लोगों के लिए आचार से लेकर चाट, कुल्फी, आइसक्रीम, भेल के स्टॉल लगे हैं।

chat bot
आपका साथी