Onion Price in Jharkhand: नवरात्र में प्याज की मांग नहीं फिर भी भाव 80 रुपये, भाजपा ने हेमंत सरकार को घेरा
धनबाद के सब्जी बाजार पर नजर डालें तो आलू प्याज के अलावा टमाटर 60 रुपये किलो हरी मिर्च 100 रुपये किलो है। इसी प्रकार से अन्य सब्जियां भी महंगी हो गई हैं। दक्षिण भारत और महाराष्ट्र में प्याज की फसल खराब होने के कारण यह स्थिति पैदा हुई है।
धनबाद, जेएनएन। नवरात्र का समय चल रहा है। इन दिनों आम तौर पर सनातन धर्म मानने वाला प्याज नहीं खाते हैं। बाजार में प्याज की मांग कम ही रहती है। इस समय प्याज की मांग कम है। इसके बावजूद प्याज के भाव आसमान छू रहे हैं। धनबाद के बाजार में प्याज 80 रुपये किलो बिक रहा है। प्याज के साथ ही आलू भी नखरा दिखा रहा है। नया आलू 60 रुपये बिक रहा है। धनबाद समेत झारखंड के बाजारों में प्याज-आलू के चढ़ते भाव को लेकर भाजपा ने झारखंड की हेमंत सरकार को घेरा है।
प्याज के भाव और बढ़ने की संभावना
धनबाद में आलू-प्याज का भाव चढ़ गया है। प्याज जहां 80 रूपये प्रति किलो बिक रहा है, वहीं नया आलू 60 रूपये के आसपास है। ऐसे में घर के भोजन से प्याज नदारद हो रहा है। पर्व का समय चल रहा है। ऐसे में आलू प्याज के अलावा अन्य सब्जियों के दाम में आयी तेजी आम लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कर रही है। आने वाली दीवाली तक प्याज की दर एक सौ रुपये किलो तक जाने की संभावना है।
फसल बर्बाद होना बताया जा रहा कारण
धनबाद के सब्जी बाजार पर नजर डालें तो आलू-प्याज के अलावा टमाटर 60 रुपये किलो, हरी मिर्च 100 रुपये किलो है। इसी प्रकार से अन्य सब्जियां भी महंगी हो गई हैं। कृषि बाजार समिति में आलू-प्याज का थोक कारोबार करने वाले अनील ने बताया कि दक्षिण भारत और महाराष्ट्र में प्याज की फसल खराब होने के कारण यह स्थिति पैदा हुई है। कर्नाटक, आंघ्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के नासिक से धनबाद में प्याज पहुंचती है। इन राज्यों में हुई भारी बारिश ने प्याज गोदाम में रखे और खेतों में लगी नई फसल को बर्बाद कर दिया। पुराना बाजार के व्यवसायी बबलू गुप्ता बताते हैं कि नई फसल दिसंबर में आएगी। तक तक लोगों को महंगी प्याज की खानी पड़ेगी।
धनबाद के बाजार में सब्जियों की कीमतें प्रति किलो
सिंदरी विधायक इंद्रजीत ने हेमंत सरकार को घेरा
भाजपा विधायक इंद्रजीत महतो ने झारखंड के बाजरों में प्याज-आलू के आसमान छूते भाव को लेकर झामुमो गठबंधन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जिम्मेवार बताया है। उन्होंने कहा है कि बाजार में सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं। लेकिन झारखंड सरकार को तनिक भी चिंता नहीं है। मूल्य नियंत्रण के लिए अब तक सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।