Sahibganj Vision Lost Case: झारखंड सेवा सदन में मोतियाबिंद आपरेशन के बाद एक दर्जन हो गए अंधे, मंत्री के निर्देश पर जांच

Sahibganj Vision Lost Case साहिबगंज जिले में मोतियाबिंद के आपरेशन के बाद करीब एक दर्जन लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। आपरेशन कराने वालों को कुछ दिख नहीं रहा है। यह मामला सामने आने के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने जांच के आदेश दिए हैं।

By MritunjayEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 07:03 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 07:10 AM (IST)
Sahibganj Vision Lost Case: झारखंड सेवा सदन में मोतियाबिंद आपरेशन के बाद एक दर्जन हो गए अंधे, मंत्री के निर्देश पर जांच
मोतियाबिंद का आपरेशन करते डाक्टर ( सांकेतिक फोटो)।

जागरण संवाददाता, साहिबगंज। झारखंड के साहिबगंज जिले के बरहड़वा स्थित झारखंड सेवा सदन नर्सिंग होम एंड डायग्नोस्टिक सेंटर में आंखों का ऑपरेशन के बाद करीब एक दर्जन लोगों की आंख की रोशनी चली गई है। यह मामला सामने आने के बाद बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के निर्देश पर सिविल सर्जन डॉ. अरविंद कुमार ने मामले की जांच के लिए छह सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। उसे 24 घंटे में जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। इसमें जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. थॉमस मुर्मू, बरहड़वा की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सरिता कुमारी टुडू, सदर अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. मो इकबाल अंसारी, राजमहल अनुमंडल अस्पताल के नेत्र पदाधिकारी राजकुमार साह, जिला डाटा प्रबंधक अमित कुमार व सिविल सर्जन कार्यालय के लिपिक प्रदीप कुमार सक्सेना शामिल हैं।

आज कमेटी करेगी जांच

जांच टीम रविवार को नर्सिंग होम पहुंचकर पूरे मामले की जांच करेगी। इससे पूर्व शुक्रवार की रात सिविल सर्जन डॉ. अरविंद कुमार ने स्वयं वहां पहुंचकर मामले की जांच-पड़ताल की। वहां कोई चिकित्सक नहीं मिला। शुक्रवार को भी करीब 23 मरीजों का आपरेशन किया गया। सभी वहां भर्ती थे। सिविल सर्जन ने कुछ मरीजों से पूछताछ की। इस दौरान वहां मौजूद कर्मियों ने बताया कि तीन मरीजों को ऑपरेशन के बाद कुछ समस्या आयी थी जिन्हें इलाज के लिए नर्सिंग होम की ओर से कोलकाता भेजा गया है। उधर, मोतियाबिंद के आपरेशन के बाद आंखों की रोशनी गंवाने वाले प्रभावित लोग भी सामने आने लगे हैं।

ग्रामीण विकास मंत्री के यहां पीड़ित

शनिवार को ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के यहां चार लोग जबकि बोरियो विधायक लोबिन हेम्ब्रम के यहां तीन लोग पहुंचे। सभी ने उसी नर्सिंग होम में अपनी आंखों का आपरेशन कराया था और उनकी रोशनी गायब हो गई। लोबिन हेम्ब्रम ने अपने यहां पहुंचे तीन लोगों को महागामा में डॉ. कुलदीप के यहां जांच के लिए भेजा। उन्होंने मरीजों को बड़े संस्थान में भेजने की जरूरत बतायी। इसके बाद सिविल सर्जन ने सभी मरीजों को रांची के कश्यप मेमोरियल आइ हॉस्पिटल भेजने का निर्देश दिया। वहां जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई लेकिन मरीज वहां जाने को तैयार नहीं हुए। नर्सिंग होम के संचालक ने उनका इलाज कोलकाता में कराने की बात कही है।

ये प्रभावित आए सामने

जानकारी के अनुसार अब्दुल्लाहपुर के मुख्तार शेख, माजीरा बीबी, हसन शेख़ व राजकुमार बागती ने मंत्री आलमगीर आलम को बताया है कि झारखंड सेवा सदन नर्सिंग होम में उनका ऑपरेशन हुआ था। लेकिन अब उनकी आंख से कुछ भी दिखाई नहीं देता। उधर, बोरियो के चसगांवा के मरांग सोरेन, सुफल मरांडी व बदन हेम्ब्रम ने लोबिन हेम्ब्रम से मुलाकात कर बताया कि उनलोगों ने भी झारखंड सेवा सदन नर्सिंग होम में ऑपरेशन कराया था। उनकी आंखों से भी कुछ नहीं दिख रहा है। इसके बाद विधायक ने उन सभी को प्राथमिक जांच के लिए महागामा में डॉ. कुलदीप के यहां भेजा। देर शाम तक सभी वही थे।

स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर मामले की जांच के लिए छह सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। कमेटी को 24 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है। मंत्री की ओर से चार व विधायक की ओर से तीन पीड़ितों का नाम भेजा गया है। पीड़ितों की बेहतर चिकित्सा करायी जाएगी।

-डा. अरविंद कुमार, सिविल सर्जन, साहिबगंज

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