आरोग्य सेतु एप से रजिस्ट्रेशन की संख्या बढ़ी, भीड़ से सहूलियत भी Dhanbad News
सरकारी अस्पतालों के साथ ही जिले में 8 निजी अस्पतालों में भी टीकाकरण शुरू हुआ है। तीन निजी अस्पतालों में पहले से चल रहे हैं। 5 दिन ही अस्पतालों को चुना गया है। निजी अस्पतालों में प्रति टीका के लिए मरीजों को 250 रुपये देने हैं।
धनबाद, जेएनएन। तीसरे चरण के तहत जिले में कोरोना वायरस का टीका जारी है। प्राथमिकता के आधार पर 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग और 45 से 59 वर्ष के वैसे लोग जो गैर संचारी रोग से ग्रसित हैं, उन्हें टीका दिया जा रहा है। टीका के लिए सबसे ज्यादा परेशानी बुजुर्गों को लाइन लगकर इंतजार करना पड़ता है। अब आरोग्य सेतु एप पर रजिस्ट्रेशन करने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। टीकाकरण केंद्र पर आने वाले लगभग 50 फीसद लोग पहले से ही ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं। यही वजह है कि परेशानी थोड़ी कम हुई है। इसमें सिविल सर्जन डॉक्टर गोपाल दास ने बताया कि गूगल प्ले स्टोर से आरोग्य सेतु एप को आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है इसके बाद अपने नाम, पते, ईमेल आईडी देकर कोरोना वायरस टीका के लिए रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। इसमें सबसे नजदीकी टीकाकरण के बारे में जानकारी दी गई है जिससे लाभ हो अपने सबसे नजदीकी टीका केंद्र में जाकर वैक्सीन ले सकते हैं। सरकारी या निजी टीकाकरण केंद्र पर भी पसंद करने को दिया जाता है। पिछले कुछ दिनों में आरोग्य सेतु एप करने वाले लोगों की संख्या धनबाद में तेजी से बढ़ी है। इसका फायदा क्या है लाभुक तय समय पर टीकाकरण केंद्र पर आ जाएंगे। उन्हें इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
सरकारी के साथ आठ निजी अस्पतालों में भी टीकाकरण
सरकारी अस्पतालों के साथ ही जिले में 8 निजी अस्पतालों में भी टीकाकरण शुरू हुआ है। तीन निजी अस्पतालों में पहले से चल रहे हैं। 5 दिन ही अस्पतालों को चुना गया है। निजी अस्पतालों में प्रति टीका के लिए मरीजों को 250 रुपए देने हैं। इसके साथ ही बीसीसीएल के तमाम क्षेत्रीय अस्पतालों में भी टीकाकरण शुरू कराया गया है। टीकाकरण के लिए वैसे निजी अस्पतालों को चुना गया है जो आयुष्मान भारत से रजिस्टर्ड हैं।
सदर और एसएनएमएमसीएच में 3 दिन बाद मिल रहे हैं नंबर
लाभुकों की भीड़ बढ़ने के कारण सदर अस्पताल और एसएनएमएमसीएच में 3 दिन बाद का नंबर दिया जा रहा है। एक सत्र में एक सौ लोगों को टीका देने का लक्ष्य रखा गया है। ज्यादा लाभ उठाने के बाद उन्हें आगे का समय दिया जा रहा है। हालांकि आपातकालीन के लिए अलग से व्यवस्था की गई है।