एनटीपीसी ने आईआईटी आईएसएम धनबाद से मांगा तकनीकी सहयोग

एनटीपीसी ने आईटीआई से तकनीकी सहयोग मांगा है आईआईटी धनबाद में भी एनटीपीसी को सहयोग करने का पूरा वायदा किया है शुक्रवार को एनटीपीसी लिमिटेड के क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक पार्थ मजूमदार ने आईटी धनबाद के निदेशक प्रोफेसर राजीव शेखर से मुलाकात की इस तरह दोनों की वार्ता सकारात्मक रही

By Atul SinghEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 10:00 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 10:08 AM (IST)
एनटीपीसी ने आईआईटी आईएसएम धनबाद से मांगा तकनीकी सहयोग
NTPC ने IIT ISM Dhanbad से मांगा तकनीकी सहयोग।

जागरण संवाददाता, धनबाद : कोल इंडिया के बाद अब माइनिंग के क्षेत्र में नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन (एनटीपीसी) माइनिंग के लिए देश और दुनिया में विख्यात आइआइटी आइएसएम से तकनीकि सहयाेग मांगा है। एनटीपीसी आईआईटी धनबाद के तकनीक का उपयोग माइनिंग के क्षेत्र में करेगा। वही आइआइटी धनबाद ने भी एनटीपीसी लिमिटेड को सहयाेग करने का पूरा भरोसा दिया है। शुक्रवार को एनटीपीसी लिमिटेड के क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (कोयला खनन) पार्थ मजूमदार ने आइआइटी धनबाद के निदेशक प्रोफेसर राजीव शेखर से मुलाकात की। इस दौरान पार्थ मजुमदार ने एनटीपीसी को उनके कोयले के विकास और संचालन के लिए राजस्थान के विज्ञानियों से तकनीकि सहयोग मांगा।

मजुमदार ने आइआइटी निदेशक को इस संबंध में एक एमओयू का प्रस्ताव देते हुए अनुसंधान आधारित तकनीकी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोलने की बात कही। प्रस्ताव पर सहमति प्रदान करते हुए निदेशक प्रो. राजीव शेखर ने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोलने में एनटीपीसी से सहयोग मांगा। दोनो संस्थानों की बीच हुई सकरात्मक वार्ता के बाद जल्द ही एमओयू होने की संभावना जताई जा रही है। इस दौरान मजूमदार ने आईआईटी धनबाद के माइनिंग प्रयोगशाला सहित माइनिंग के क्षेत्र में संस्थान द्वारा किए जा रहे कार्यों को देखा। बताते चलें कि अभी हाल ही में कोल इंडिया ने आईआईटी धनबाद से माइनिंग के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग मांगा था जिसके बाद दोनों संस्थानों के बीच आप की सहमति बनी और कोल इंडिया ने आईआईटी धनबाद को एक सेंटर की स्थापना करने के लिए 10 करोड़ का फंड दिया है इसके जरिए कोल इंडिया के विशेषज्ञ और आईआईटी धनबाद के वैज्ञानिक तथा छात्र माइनिंग के क्षेत्र में एक साथ मिलकर शोध अनुसंधान तथा उत्पादन बढ़ाने की दिशा में नई तकनीक विकसित करने का काम करेंगे।

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