Job Fraud: होशियार ! ठगी के नए चारा के साथ झारखंड के साइबर अपराधी तैयार
जामताड़ा और इसके पड़ोस के जिले देवघर गिरिडीह और धनबाद के साइबर अपराधी हर रोज नए-नए ठगी के हथियार के साथ सामने आते हैं। कोरोना वायरस का टीकाकरण शुरू हुआ इससे पहले ही साइबर अपराधी शुरू हो गए। टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन के बहाने कॉल कर ठगी शुरू कर दी।
देवघर, जेएनएन। साइबर अपराधी लोगों को ठगी का शिकार बनाने के लिए हर दिन कोई न कोई नया पैंतरा इस्तेमाल कर रहे हैं। लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगा जा रहा है। ऐसे दो मामले साइबर थाना पुलिस के संज्ञान में आए हैं। एक मामले में रिखिया थाना क्षेत्र के बीचगढ़ा गांव निवासी अनिल यादव का कहना है कि उसने ऑनलाइन नौकरी के लिए अप्लाई किया था। उसने नौकरी दिलाने के नाम पर पहले सात हजार पीएनबी बैंक के एक खाता में ट्रांसफर कराया गया। वहीं एक व्यक्ति ने आकर बाद में उसके पास से दस हजार नकद लिया। लेकिन अब तक न तो उसे नौकरी मिली है और न ही उसका पैसा वापस किया जा रहा है।
जामताड़ा और इसके पड़ोस के जिले देवघर, गिरिडीह और धनबाद के साइबर अपराधी हर रोज नए-नए ठगी के हथियार के साथ सामने आते हैं। कोरोना वायरस का टीकाकरण शुरू हुआ इससे पहले ही साइबर अपराधी शुरू हो गए। कोरोना टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन के बहाने कॉल कर ठगी शुरू कर दी। अब रोजगार दिलाने के नाम पर ठगी कर रहे हैं। चूंकि रोजगार ऐसा विषय है जिसके नाम से युवा तुंरत फंस जाते हैं। देवघर जिले में ऐसे कई मामले सामने आए हैं।
देवघर के एक अन्य मामले में लाइन नौकरी के लिए आवेदन दिया था। उससे कहा गया कि उसे डाटा इंट्री आपरेेटर का काम दिया जाएगा। उसे 15 से 16 हजार के बीच तनख्वाह दी जाएगी। नौकरी के नाम पर उसका आधार कार्ड, वोटर आई कार्ड, प्रमाण पत्र, फोटो, हस्ताक्षर आदि भी ले लिया गया। तीन दिन उससे ट्रायल के नाम पर कुछ काम लिया गया। बाद में फोन करके कहा गया कि उसने गलत काम किया है। इस कारण उसके खिलाफ मामला दर्ज हो गया है। उसे एक फर्जी एफआइआर की कॉपी भी दी गई। बाद में उससे केस मैनेज करने के नाम पर 75950 रुपये की मांग की है। उसे उन लोगों की बातों पर शक हुआ और उसने आकर साइबर थाना में इसकी शिकायत कर दी। साइबर थाना की पुलिस टीम दोनों मामलों की छानबीन कर रही है।