अब एसएनएमएमसीएच के ओपीडी में पर्ची कटाने के दौरान बताना होगा आधार नंबर

एसएनएमएमसीएच के ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों को अब पर्ची कटाने से पहले अपना सरकारी पहचान पत्र बताना पड़ सकता है। इसके लिए अस्पताल प्रबंधन सभी विभागाध्यक्ष के साथ बैठक कर रहा है। दरअसल पिछले दिनों अस्पताल में बच्चा चोरी की घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन ने इसकी तैयारी शुरू की है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 06:16 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 06:16 AM (IST)
अब एसएनएमएमसीएच के ओपीडी में पर्ची कटाने के दौरान बताना होगा आधार नंबर
अब एसएनएमएमसीएच के ओपीडी में पर्ची कटाने के दौरान बताना होगा आधार नंबर

जागरण संवाददाता, धनबाद : एसएनएमएमसीएच के ओपीडी में इलाज कराने वाले मरीजों को अब पर्ची कटाने से पहले अपना सरकारी पहचान पत्र बताना पड़ सकता है। इसके लिए अस्पताल प्रबंधन सभी विभागाध्यक्ष के साथ बैठक कर रहा है। दरअसल, पिछले दिनों अस्पताल में बच्चा चोरी की घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन ने इसकी तैयारी शुरू की है। अभी पर्ची कटाने के लिए केवल मौखिक नाम, पता और मोबाइल नंबर लिखवाया जाता थौ। इसी आधार पर संबंधित मरीज को पर्ची बना कर दिया जाता था। इसी पर्ची के माध्यम से मरीज का इलाज होता था। लेकिन पिछले दिनों बच्चा चोरी के मामले में आरोपित ने गलत नाम, पता लिखवाया था। हालांकि मोबाइल नंबर सही दर्ज हुआ था, जिस वजह से इसका भेद खुला। इससे सबक लेते हुए प्रबंधन अब यह फैसला कर रहा है। आधार नंबर या कोई भी सरकारी प्रमाण पत्र दिखाना होगा

अस्पताल के अधीक्षक डा अरुण कुमार वर्णवाल ने बताया कि अस्पताल में ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है, ताकि लोगों को सहूलियत मिल पाए। यहां इलाज कराने आनेवाले लोगों को अपना आधार कार्ड अथवा अन्य सरकारी व प्रमाण पत्र दिखाना होगा। अगर वे आधार कार्ड नहीं दिखा पाते हैं तो कम से कम उन्हें अपना आधार नंबर बताना होगा। पर्ची में ही एक अलग से कालम बनाया जाएगा, जिसमें आधार कार्ड का नंबर लिखा जाएगा। ताकि जरूरत होने पर मरीज से संपर्क किया जा सके। अस्पताल में आए दिन बढ़ रही है आपराधिक घटनाएं

अस्पताल में आए दिन आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं। आए दिन वार्ड में घुसकर मरीजों अथवा उनके तीमारदारों से छेड़खानी, बाइक चोरी, मोबाइल चोरी की घटना हो रही है। अस्पताल में लगे सीसीटीवी से कुछ राहत मिली है। लेकिन अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उन्हें पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा गार्ड नहीं मुहैया कराए गए हैं। इसकी मांग जिला प्रशासन से की गई है। अस्पताल में और सीसीटीवी कैमरे की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।

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